पटना: तेजप्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) के कुशेश्वरस्थान उपचुनाव (kusheshwarsthan By-election) में कांग्रेस प्रत्याशी को समर्थन देने के ऐलान से आरजेडी (RJD) में खलबली मच गई है. एक तरफ जहां पार्टी की चिंता बढ़ गई है, वहीं दूसरी तरफ नेता उनकी ओर से जारी पत्र की विश्वसनीयता पर सवाल उठा रहे हैं. प्रवक्ता चितरंजन गगन ने कहा कि यह पत्र विरोधियों की साजिश हो सकती है, इसलिए हम इसे आधिकारिक नहीं मानते हैं.
ये भी पढ़ें: तेजप्रताप का 'हाथ' कांग्रेस कैंडिडेट के साथ, कुशेश्वरस्थान में RJD के खिलाफ करेंगे चुनाव प्रचार
दरअसल, तेजप्रताप यादव ने छात्र जनशक्ति परिषद की ओर से जो पत्र जारी किया है, उसमें कुशेश्वरस्थान (kusheshwarsthan) में कांग्रेस प्रत्याशी अतिरेक कुमार (Atirek Kumar) को और तारापुर (Tarapur) में आरजेडी उम्मीदवार अरुण कुमार साह को समर्थन देने की घोषणा की है. यहां यह बताना जरूरी है कि कुछ दिन पहले तारापुर से संजय यादव नामक प्रत्याशी ने नॉमिनेशन किया था और यह दावा किया था कि उन्होंने तेज प्रताप यादव के कहने पर नामांकन किया है, हालांकि तेजप्रताप यादव इस बात की पुष्टि नहीं की. वहीं इसके बाद संजय यादव ने आरजेडी ज्वाइन करते हुए तेजस्वी को समर्थन देने की घोषणा कर अपना नामांकन वापस ले लिया. इस पूरे घटनाक्रम के बाद तेज प्रताप यादव ने अपनी चुप्पी तोड़ी और कहा कि उन्होंने किसी संजय यादव को नामांकन के लिए नहीं कहा था.
इस दौरान कांग्रेस नेता अशोक राम ने तेजप्रताप यादव के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात की थी और कुशेश्वरस्थान में उनके बेटे को समर्थन देने को कहा था. अब तेजप्रताप ने पत्र जारी कर स्पष्ट किया है कि कांग्रेस प्रत्याशी को कुशेश्वरस्थान में छात्र जनशक्ति परिषद समर्थन देगा. हालांकि अबतक उनकी ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.
ये भी पढ़ें: तारापुर उपचुनाव: तेजप्रताप के उम्मीदवार ने वापस लिया नाम, करेंगे राजद का समर्थन
इधर, आरजेडी के प्रदेश प्रवक्ता चितरंजन गगन ने कहा कि चुनाव के वक्त इस तरह की साजिश चलती रहती है. यह पत्र विरोधियों की साजिश हो सकती है, इसलिए हम इसे आधिकारिक नहीं मानते हैं. हालांकि सूत्र बताते हैं कि पार्टी में अब इस बात की कवायद चल रही है कि किस तरह तेजप्रताप को मनाया जाए.
सूत्रों के मुताबिक तेजप्रताप राष्ट्रीय जनता दल में अपना महत्वपूर्ण स्थान पाने के लिए लगातार जद्दोजहद कर रहे हैं. लोकसभा चुनाव 2019 के वक्त भी उन्होंने जहानाबाद और शिवहर में अपना प्रत्याशी उतार दिया था. जिसकी वजह से आरजेडी को जहानाबाद में बड़ा नुकसान झेलना पड़ा था. पार्टी को यह अनुमान है कि विधानसभा के चुनाव में वोटों का गणित थोड़े-थोड़े अंतर से भी भारी पड़ सकता है. ऐसे में कुशेश्वरस्थान में अगर तेजप्रताप कांग्रेस प्रत्याशी के लिए प्रचार करेंगे तो वहां वोटर्स में कन्फ्यूजन हो सकता है. जाहिर है कि इसका नुकसान आरजेडी को उठाना पड़ सकता है.