पटनाः किसान संगठन मंगलवार को नए कृषि कानून के विरोध में भारत बंद कर चक्का जाम कर रहे हैं. किसानों के इस आंदोलन में आरजेडी, कांग्रेस समेत वामपंथी दल उनके समर्थन में प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी कड़ी में आरजेडी कार्यकर्ताओं ने आज पटनासिटी नंदलाल छपरा एनएच-30 को जाम कर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
लगा 25 किलोमीटर लंबा जाम
आरजेडी कार्यकर्ताओं ने आगजनी करके एनएच-30 को घंटों जाम कर दिया. इससे वहां 25 किलोमीटर लंबा जाम लग गया. कार्यकर्ताओं ने कहा कि केंद्र सरकार जब से सत्ता में आई है तब से कमरतोड़ महंगाई है.
"किसानों की मांग हिन्दुस्तान की मांग है. किसानों को आश्वासन देकर बहलाया गया. इस काले कानून को सरकार अगर वापस नहीं लेती तो यह आंदोलन पूरे देश में चलता रहेगा. किसानों के बिना आम से खास किसी की थाली में अनाज नहीं होगा."- रामराज यादव, कार्यकर्ता, आरजेडी
नए कृषि कानून का विरोध
आरजेडी कार्यकर्ताओं ने सड़क पर सब्जी रख के केंद्र सरकार को तुगलक और किसान विरोधी बताया. उन्होंने काले कृषि कानून को वापस लेने की मांग करते हुए जमकर नारेबाजी की. पूरे देश में कृषि कानून के विरोध में प्रदर्शन हो रहा है.
क्या है विवाद की असल वजह
⦁ नए कृषि बिल को लेकर मुख्य तौर पर विवाद मंडी और न्यूनतम समर्थन मूल्य को लेकर है.
⦁ किसान चाहते हैं कि मंडी की व्यवस्था कायम रहे और केंद्र सरकार लिखित में न्यूनतम समर्थन मूल्य जारी रखने का आश्वासन जारी करे.
⦁ इसके अलावा जरूरी खाद्यान्नों के भंडारण पर रोक को लेकर भी कृषि कानून का जमकर विरोध हो रहा है.