पटना: सोमवार की सुबह से ही पटना के बीजेपी कार्यालय के सामने अपनी मांगों के समर्थन में हजारों की संख्या में पंचायत वार्ड सचिव लगातार प्रदर्शन कर रहे थे. घंटों भर प्रदर्शन करने के बाद पटना पुलिस की टीम ने प्रदर्शन कर रहे पंचायत वार्ड सचिवों पर जमकर लाठियां (Lathi Charge On Panchayat Ward Secretaries In Patna) चटकाई है. राजद के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी (Uday Narayan Choudhary On Patna Lathi Charge) ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि,निहत्थे प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज करवाना कहीं से भी संवैधानिक नहीं है.
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इस घटना में कई वार्ड सचिवों के साथ-साथ कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए हैं. ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए बीजेपी प्रदेश कार्यालय के पास हुए लाठीचार्ज मामले पर बोलते हुए पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी (RJD On Lathi Charge In Patna) ने कहा है कि, देश में लोकतंत्र की सरकार है और लोकतंत्र में हर व्यक्ति को अपनी बातें सरकार के समक्ष रखने का अधिकार है.
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"हजारों पंचायत वार्ड सचिव पिछले कई दिनों से लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. सरकार को भी इन लोगों ने अपनी मांगे लिख कर भेजी है, बावजूद इसके सरकार ने इनकी मांगों पर गौर नहीं किया और नतीजतन हजारों पंचायत वार्ड सचिव ने बीजेपी कार्यालय में शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया. शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे निहत्थे पंचायत वार्ड सदस्यों पर पुलिस ने बेवजह सरकार के इशारे पर लाठियां चलाई है, यह लोकतंत्र की हत्या है."- उदय नारायण चौधरी , पूर्व विधानसभा अध्यक्ष व राजद के वरिष्ठ नेता
उदय नारायण चौधरी ने बीजेपी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि, 'आज प्रदेश में बीजेपी की सरकार है और उसी की सरकार ने इन सभी पंचायत वार्ड सचिवों को नियुक्त किया था. सोमवार को बीजेपी के दफ्तर के सामने यह लोग शांतिपूर्ण अपना धरना प्रदर्शन कर रहे थे. इस दौरान मौके पर मौजूद अधिकारियों को इनसे मिलकर इनकी बातों को और इनकी मांगों को सुनना चाहिए था.लेकिन मौके पर मौजूद अधिकारियों ने शांतिपूर्ण ढंग से धरना प्रदर्शन दे रहे हैं निहत्थे पंचायत वार्ड सचिवों पर जमकर लाठियां चटकाई जो, पूरी तरह से अलोकतांत्रिक है. सरकार को प्रदर्शनकारियों की बातें सुननी चाहिए और उनकी मांगों पर विचार करना चाहिए.'
बता दें कि, बिहार के विभिन्न जिलों से आए हजारों पंचायत वार्ड सचिव सोमवार सुबह से ही वीरचंद पटेल पथ पर जमे हुए थे. पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पहले पानी के बौछार किए. इसके बावजूद पंचायत वार्ड सचिव वहां से नहीं हटे तो पुलिस ने जमकर लाठियां भांजी. बताया जाता है कि, बिहार के अलग-अलग जिलों से पंचायत वार्ड सचिव पिछले कई दिनों से पटना के गर्दनीबाग स्थित धरना स्थल पर प्रदर्शन कर रहे थे. जब सब्र का बांध टूटा तो सभी पंचायत वार्ड सचिव अपनी मांग को लेकर बीजेपी कार्यालय पहुंचे थे.
पानी के बौछार से गुस्साए वार्ड सचिवों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया. ऐसे में जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने लाठीचार्ज कर सभी को खदेड़ दिया. इस दौरान भीड़ को तीतर बीतर करने लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए. इस दौरान लगभग एक घंटे तक तनाव की स्थिति बनी रही.
दरअसल, बिहार सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट सात निश्चय योजना के अंतर्गत काम करने वाले बिहार के 1 लाख 14 हजार से भी अधिक पंचायत वार्ड सचिव इस बार सरकार से आर-पार की लड़ाई लड़ने के मूड में हैं. इनकी नाराजगी इस बात को लेकर है कि सरकार ने इन्हें आश्वस्त किया था कि, जल्द ही उन्हें मानदेय और भत्ता का भुगतान करने का आदेश दिया जाएगा. लेकिन कैबिनेट की बैठक में इस संबंध में कोई भी चर्चा नहीं की गई. इसको लेकर राज्य के 38 जिलों के वार्ड सचिव और कर्मचारी कई दिनों से गर्दनीबाग में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं.
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