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मांझी की बैठक में पहुंचे बीजेपी-जेडीयू के MLA, आरजेडी विधायकों ने बनाई दूरी

पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के आवास पर बिहार विधानसभा के सभी दलों के दलित विधायकों की बैठक बुलाई गई थी. बैठक में जदयू के मंत्री श्याम रजक, मंत्री महेश्वर हजारी, मंत्री संतोष निराला के साथ कांग्रेस और बीजेपी के विधायक भी पहुंचे हैं. लेकिन इस बैठक में आरजेडी के विधायक शामिल नहीं हुए हैं.

दलित विधायकों की बैठक
दलित विधायकों की बैठक
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Published : Jun 4, 2020, 3:50 PM IST

पटना: आरक्षण के मुद्दे पर आज दलित विधायकों की बैठक हो रही है. यह बैठक पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के आवास पर हो रही है. खास बात यह है कि इस बैठक में आरजेडी के दलित विधायक नहीं पहुंचे हैं. बता दें कि दलित विधायकों की ओर से अब तक कुल तीन बैठकें हो चुकी है. आगामी विधासभा चुनाव को लेकर विपक्षी एकजुटता का दावा किया जा रहा था. लेकिन, बैठक में राजद के विधायकों के नहीं पहुंचने पर विपक्षी एकजुटता के साथ-साथ दलित विधायकों की एकजुटता पर सवाल उठने लगे हैं.

जदयू, कांग्रेस और बीजेपी के विधायक हुए शामिल
पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के आवास पर बिहार विधानसभा के सभी दलों के दलित विधायकों की बैठक बुलाई गई थी. बैठक शुरू भी हो गई है. बैठक में जदयू के मंत्री श्याम रजक, मंत्री महेश्वर हजारी, मंत्री संतोष निराला के साथ कांग्रेस और बीजेपी के विधायक भी पहुंचे हैं. लेकिन इस बैठक में आरजेडी के विधायक शामिल नहीं हुए हैं. इसके कारण दलित विधायकों की एकजुटता पर सवाल खड़ा होने लगा है. बिहार विधानसभा चुनाव के पूर्व दलित विधायकों की यह बैठक काफी अहम मानी जा रही है. इस बैठक में आरक्षण के मुद्दे पर आगे की रणनीति भी तय की जाएगी.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

विधानसभा में दलित विधायकों की संख्या 41
गौरतलब है कि बिहार विधानसभा में दलित विधायकों की संख्या 41 है. पिछले तीन बैठकों में 30 के आसपास दलित विधायक शामिल होते रहे हैं. हालांकि, हर बार बैठक में यह दावा किया जाता रहा है सभी दलों के दलित विधायक आरक्षण के मुद्दे पर एकजुट हैं. लेकिन गुरूवार की बैठक में राजद के विधायकों के शामिल नहीं होने से एकजुटता पर सवाल खड़ा होने लगा है. बता दें कि पिछले दिनों जीतन राम मांझी ने गोपालगंज हत्याकांड मामले पर तेजस्वी यादव के रवैये पर सवाल खड़ा किया था. कयास लगाए जा रहे है कि जीतन मांझी के नेता प्रतिपक्ष पर सवाल उठाने के कारण ही आरजेडी के विधायक मांझी के आवास पर हो रही बैठक से दूर रहे.

पटना: आरक्षण के मुद्दे पर आज दलित विधायकों की बैठक हो रही है. यह बैठक पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के आवास पर हो रही है. खास बात यह है कि इस बैठक में आरजेडी के दलित विधायक नहीं पहुंचे हैं. बता दें कि दलित विधायकों की ओर से अब तक कुल तीन बैठकें हो चुकी है. आगामी विधासभा चुनाव को लेकर विपक्षी एकजुटता का दावा किया जा रहा था. लेकिन, बैठक में राजद के विधायकों के नहीं पहुंचने पर विपक्षी एकजुटता के साथ-साथ दलित विधायकों की एकजुटता पर सवाल उठने लगे हैं.

जदयू, कांग्रेस और बीजेपी के विधायक हुए शामिल
पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के आवास पर बिहार विधानसभा के सभी दलों के दलित विधायकों की बैठक बुलाई गई थी. बैठक शुरू भी हो गई है. बैठक में जदयू के मंत्री श्याम रजक, मंत्री महेश्वर हजारी, मंत्री संतोष निराला के साथ कांग्रेस और बीजेपी के विधायक भी पहुंचे हैं. लेकिन इस बैठक में आरजेडी के विधायक शामिल नहीं हुए हैं. इसके कारण दलित विधायकों की एकजुटता पर सवाल खड़ा होने लगा है. बिहार विधानसभा चुनाव के पूर्व दलित विधायकों की यह बैठक काफी अहम मानी जा रही है. इस बैठक में आरक्षण के मुद्दे पर आगे की रणनीति भी तय की जाएगी.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

विधानसभा में दलित विधायकों की संख्या 41
गौरतलब है कि बिहार विधानसभा में दलित विधायकों की संख्या 41 है. पिछले तीन बैठकों में 30 के आसपास दलित विधायक शामिल होते रहे हैं. हालांकि, हर बार बैठक में यह दावा किया जाता रहा है सभी दलों के दलित विधायक आरक्षण के मुद्दे पर एकजुट हैं. लेकिन गुरूवार की बैठक में राजद के विधायकों के शामिल नहीं होने से एकजुटता पर सवाल खड़ा होने लगा है. बता दें कि पिछले दिनों जीतन राम मांझी ने गोपालगंज हत्याकांड मामले पर तेजस्वी यादव के रवैये पर सवाल खड़ा किया था. कयास लगाए जा रहे है कि जीतन मांझी के नेता प्रतिपक्ष पर सवाल उठाने के कारण ही आरजेडी के विधायक मांझी के आवास पर हो रही बैठक से दूर रहे.

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