पटना: मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी की ओर से नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर विरोध जारी है. मनेर से विधायक और प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने एक बार फिर इसकी मुखालफत की है. उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार इन कानूनों के जरिए समाज में बिखराव पैदा करना चाहती है, लेकिन विपक्ष उनकी मंशा को कामयाब होने नहीं देगा.
'काला कानून वापस ले सरकार'
बिहार विधानमंडल के विशेष सत्र में शामिल होने आए भाई वीरेंद्र ने ईटीवी भारत से बातचीत में सीएए और एनआरसी को काला कानून बताते हुए कहा कि हम सरकार को इसे वापस लेने के लिए बाध्य कर देंगे.
'जब तक खून है, लागू नहीं होने देंगे'
भाई वीरेंद्र ने कहा कि आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सीएए और एनआरसी का लगातार विरोध कर रहे हैं. चूकि ये कानून एक खास समुदाय के लोगों को टारगेट कर बनाया गया है, लिहाजा जब तक लालू जी, तेजस्वी और आरजेडी के एक-एक कार्यकर्ता के शरीर में खून का आखिरी बूंद रहेगी, इस काले कानून को लागू होने नहीं देंगे.
'एनपीआर में जातिगत जनगणना का कॉलम जुड़ना चाहिए'
आरजेडी विधायक ने कहा कि हमारे नेता लालू यादव पहले से मांग करते रहे हैं कि जातिगत जनगणना होनी चाहिए. लिहाजा हम लोग केंद्र से मांग करते हैं कि एनपीआर में जातिगत जनगणना का कॉलम भी जोड़ा जाए.
सत्र के दौरान हंगामा
बताएं कि सोमवार को आरक्षण को लेकर बिहार विधानमंडल का विशेष सत्र बुलाया गया था. जहां आरजेडी और समूचे विपक्ष के विधायकों ने जमकर हंगामा किया. सीएए और एनआरसी के विरोध में नारेबाजी की.