पटना: राजधानी पटना के बिहटा में बनने वाले अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा का निर्माण रूस की एक कंपनी करेगी.भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण की ओर से कार्य आदेश जारी हो गया है. बिहटा एयरपोर्ट का निर्माण 459.99 करोड रुपये में तय की गई है. अनुमानित लागत 665.85 करोड़ है. इसका निर्माण इंजीनियरिंग प्रोक्योरमेंट कंस्ट्रक्शन मोड में पूरा किया जाएगा.
अंतरराष्ट्रीय उड़ान होगा संभव: 2027 तक इसका निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. बिहटा एयरपोर्ट के निर्माण से पटना एयरपोर्ट पर दबाव कम जाएगा. पटना एयरपोर्ट से अभी अंतरराष्ट्रीय उड़ान नहीं होता है लेकिन बिहटा एयरपोर्ट के निर्माण से यह संभव हो पाएगा. बिहटा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के रनवे की लंबाई 3700 मीटर तक बढ़ाने की योजना है.
3000 यात्रियों के बैठने की क्षमता होगी: बिहटा एयरपोर्ट टर्मिनल बिल्डिंग में एक समय में 3000 यात्रियों के बैठने की क्षमता होगी. यहां 10 विमान की पार्किंग हो सकेगी. इसमें ए 321, बी737, ए 320 जैसे बड़े विमान को खड़ा किया जा सकेगा. पटना एयरपोर्ट पर अभी बड़े विमान का संचालन नहीं होता है, क्योंकि रनवे छोटा है.
क्या-क्या होगी सुविधा?: परियोजना के तहत बिहटा में नया एकीकृत टर्मिनल भवन, यूटिलिटी बिल्डिंग, एलिवेटेड पथ, इलेक्ट्रोमेकेनिकल कार्य, एयरपोर्ट सिस्टम, आईटी सिस्टम, सुरक्षा प्रणाली सहित व्यापक रखरखाव और संचालन कार्य दिया गया है. बिहटा एयरपोर्ट की वित्तीय बोली 20 दिसंबर 2024 को सीपीपी पोर्टल के माध्यम से खोली गई थी. इसके बाद एएआई ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दी है. उससे पहले तकनीकी बोली 21 नवंबर 2024 को ही हो चुकी है.
जमीन के कारण लटका रहा निर्माण कार्य: लंबे समय से जमीन विवाद के कारण बिहटा एयरपोर्ट का निर्माण रुका हुआ था लेकिन केंद्र में डबल इंजन की सरकार फिर से बनने के बाद पिछले बजट में भी इसके लिए राशि की व्यवस्था केंद्र सरकार ने की थी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी कई बार बिहटा एयरपोर्ट का दौरा कर चुके हैं. सरकार की ओर से जमीन उपलब्ध कराने के बाद रूसी कंपनी को निर्माण कार्य मिल चुका है और अब इसके निर्माण का भी रास्ता साफ हो गया है. बिहटा एयरपोर्ट के निर्माण से पटना से विदेश का उड़ान संभव हो सकेगा.
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