पटना: बिहार विधानमंडल बजट सत्र के दौरान लगातार सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच बयानबाजी हो रही है. कल बिहार विधानसभा में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने जिस तरह से सदन में कहा था कि उन्हें न मुख्यमंत्री बनने की लालसा है और ना ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री बनने की लालसा है. इसी बात पर सियासत काफी तेज हो गई. आरजेडी विधायक अख्तरुल इमान शाहीन ने साफ कहा कि 'तेजस्वी जी ने जो बयान सदन में दिया है, वह बिल्कुल सही है. उनका कहना था कि पूरे देश में विपक्ष को एकजुट करना है. विपक्षी एकजुटता के लिए जो बात तेजस्वी जी कह रहे हैं, वह बिल्कुल सही बात है. विधायक ने कहा कि हमारे नेता शुरू से यही बात कर रहे हैं, उन्हें किसी भी पद की लालसा नहीं है.
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तेजस्वी के बयान पर राजनीति पर दिया उत्तर: विधानसभा परिसर में आरजेडी विधायक ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से केंद्रीय जांच एजेंसी को लेकर अपना रुख है. उससे स्पष्ट है कि विपक्षी एकता को कहीं ना कहीं एकजुट होने से तोड़ने का प्रयास उनका जारी हो गया है. उन्होंने कहा कि 300 से ज्यादा लोगों के उपर अभी ईडी के मामले दर्ज किए गए हैं. उसमें 58% से ज्यादा ऐसे नेता है जो विपक्ष में है. विधायक ने कहा कि आप खुद देख लीजिए कि किस तरह का काम केंद्र सरकार कर रही है. कैसे जांच एजेंसियों का दुरूपयोग किया जा रहा है.
केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरूपयोग: उन्होंने कहा कि बिहार में महागठबंधन की सरकार है. इस सरकार में तेजस्वी यादव डिप्टी सीएम हैं. इसे देखते हुए कहीं ना कहीं केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरूपयोग करके तेजस्वी यादव को परेशान करने का काम केंद्र की ओर से की जा रही है. राज्य की जनता देख रही है कि लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष में एकजुटता हो रही है. यही कारण है कि तेजस्वी की ओर से इस तरह का बयान दिया जा रहा है.
बीजेपी अपना रही तानाशाही रवैया: आरजेडी विधायक अख्तरुल इमाम शाहीन ने कहा कि पूरे देश में बीजेपी ने तानशाही रवैया अपना रखा है. विपक्ष की बातों को दबाया जाता है. अब देखिए राहुल गांधी के साथ किस तरह का बर्ताव किया जाता है. जब उनसे सवाल पूछा गया कि ममता बनर्जी और अखिलेश यादव कहते हैं कि वह कांग्रेस के साथ नहीं है. उन्होंने कहा कि यह बात अलग है. जबकि अभी जरूरत है कि सभी विपक्षी एकजुट हो जाएं. इसके लिए पूरे देश में प्रयास जारी है.
विपक्षी एकजुटता जरुरी: अभी इस समय पर कोई कुछ भी कहे उससे कोई मतलब नहीं है. समय आने पर भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ सारे विपक्ष एकजुट होंगे. यह बात उन्हें पता चल गया है. यही कारण है कि विपक्ष को तोड़ने का साजिश बीजेपी के लोग कर रहे हैं. पूरे देश में केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरूपयोग करके विपक्षी नेताओं को परेशान किया जा रहा है. लेकिन उससे कुछ होने वाला नहीं है.
" पूरे देश में बीजेपी ने तानशाही रवैया अपना रखा है. विपक्ष की बातों को दबाया जाता है. राहुल गांधी के साथ किस तरह का बर्ताव किया जाता है.यह बात अलग है कि ममता बनर्जी और अखिलेश यादव विपक्षी एकता को नहीं मान रहे. जबकि अभी जरूरत है कि सभी विपक्षी एकजुट हो जाएं. इसके लिए पूरे देश में प्रयास जारी है."- अख्तरूल इमाम शाहीन, विधायक सह आरजेडी प्रवक्ता