पटना: छात्र संगठनों ने RRB NTPC रिजल्ट को लेकर आज बिहार बंद किया है. महागठबंधन (RJD leaders on RRB NTPC students bihar bandh) ने बंद का समर्थन किया है. पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी (Uday Narayan Choudhary On students bihar bandh ) ने कहा कि, बंद की स्थिति जो भी हो लेकिन जब बड़ा मुद्दा है और कई साल से रिजल्ट लटका के रखा गया तो पूरी तरह से रेल मंत्रालय और भारत सरकार दोषी है.
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बंद को सफल (RJD support to students bihar bandh) बनाने के लिए महागठबंधन के कई नेता सड़क पर नजर आए. कई जगहों से आगजनी की खबरें भी आई हैं. आरजेडी कार्यालय के बाहर भी आरजेडी के नेताओं ने आगजनी कर कुछ देर के लिए आवाजाही को रोक दिया. वहीं आरजेडी प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि, हम लोगों ने छात्र संगठनों के बंद का सपोर्ट किया है.
"छात्रों की मांग जायज है. इतने दिनों तक मामले को रेल मंत्रालय ने लटका कर रखा. दूसरी ओर रेलवे को बेचने की खबरें भी आती है. ऐसे में सरकार को स्पष्ट करना चाहिए कि इन लोगों की बहाली होगी या नहीं. बार बार बहाली की प्रक्रिया में बदलाव क्यों किया जा रहा है. कहा जाता है कि अब दो बार परीक्षा होगी, इंटरमीडिएट का अलग और ग्रेजुएट का अलग एक्जाम लेने की बातें भी सामने आई थी. इन सबके बारे में स्थिति स्पष्ट करना चाहिए. जो भी घटना घर रही है, जो अस्त व्यस्त अभी व्यवस्था है इसके लिए सिर्फ और सिर्फ रेल मंत्रालय और भारत सरकार दोषी है."- उदय नारायण चौधरी, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष
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वहीं आरजेडी प्रवक्ता ने कहा,'साजिश के तहत रिजल्ट को रोककर रखा गया है और जब रेल मंत्री ने माना कि रेलवे भर्ती बोर्ड की गड़बड़ी है तो कार्रवाई क्यों नहीं करते हैं. रेलवे बोर्ड के चेयरमैन को बर्खास्त क्यों नहीं कर रहे हैं. आरजेडी प्रवक्ता ने कहा कि 10 दिनों में अगर रिजल्ट नहीं आया तो आगे और बड़ा आंदोलन होगा. एजाज का यह भी कहना है कि, यूपी चुनाव को लेकर सब खेल खेला जा रहा है.
"हमारी पार्टी का नैतिक समर्थन छात्रों के साथ है. खुद रेल मंत्री ने स्वीकार किया है कि, रेलवे भर्ती बोर्ड की गलती के कारण ये आक्रोश देखने को मिला. मैं रेल मंत्री से मांग करता हूं कि आखिर रेलवे बोर्ड के चेयरमैन को क्यों बर्खास्त नहीं किया जा रहा है. पदाधिकारियों पर एफआईआर क्यों नहीं करते हैं. आप सिर्फ छात्र नौजवान पर एफआईआर करके अपनी कमियों को छुपाना चाहते हैं. हम इन कमियों को अब छुपने नहीं देगें."- एजाज अहमद,आरजेडी प्रवक्ता
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दरअसल, रेलवे भर्ती बोर्ड की गैर तकनीकी लोकप्रिय श्रेणियों की परीक्षा-2021 परिणाम 14-15 जनवरी को जारी किये गए थे. इन परीक्षाओं में 1 करोड़ 40 लाख उम्मीदवार शामिल हुए थे और नतीजे आने के बाद से ही छात्रों के बीच असंतोष का मुद्दा छाया हुआ है. इसके विरोध में छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं. ये विरोध बिहार और देश के कई अन्य हिस्सों में छात्रों द्वारा किया जा रहा है. मंगलवार को प्रदर्शनकारी छात्रों ने कई स्थानों पर रेल पटरियों पर धरना दिया, कई घण्टे तक रेलों को बाधित किया. हालांकि इस बीच रेल मंत्रालय ने मंगलवार को एक बयान जारी कर प्रदर्शनकारी उम्मीदवारों को रेलवे की नौकरी पाने से जीवन भर के लिए बैन करने की चेतावनी भी दी
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