पटना: आरजेडी के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने शनिवार को कहा कि खबर मिल रही है कि सीबीआई ने तेजस्वी को भी पूछताछ के लिए समन किया है. जमीन के बदले नौकरी के मामले में तेजस्वी का नाम कभी नहीं आया. सीबीआई का यह कदम साबित कर रहा है कि मोदी सरकार बेलगाम शासक की तरह संपूर्ण विपक्ष को रौंद देने पर अमादा है.
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"मोदी सरकार पूरे विपक्ष को रौंद देना चाहती है. तेजस्वी यादव का नाम इससे पहले कभी नहीं आया था. सीबीआई के इस कदम से यह पता चलता है कि मोदी सरकार बेलगाम शासक की तरह काम कर रही है"- शिवानंद तिवारी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष
जमीन के बदले नौकरी मामले में समनः लालू प्रसाद यादव के परिवार पर सीबीआई और ईडी का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है. बीते दिनों उनकी बेटियों और रिशतेदारों के घरों में छापेमारी और घंटों पूछताछ के बाद अब सीबीआई ने डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को भी समन भेज दिया है. कहा जा रहा कि तेजस्वी यादव को ये समन जमीन के बदले नौकरी मामले में भेजा गया है. हालांकि इससे पहले तेजस्वी का नाम इस मामले में कभी नहीं आया था. जानकारी के अनुसार जमीन के बदले नौकरी मामले में सीबीआई उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को सीबीआई ने 11 मार्च को पूछताछ के लिए बुलाया है.
बिहार का राजनीतिक तापमान बढ़ाः आपको बता दें कि इससे पहले शुक्रवार को ईडी और सीबीआई ने इस मामले में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की तीन बेटियों के साथ ही तेजस्वी प्रसाद यादव के मकान और पार्टी के पूर्व विधायक अबू दुजाना के आवास पर छापा मारा था. राजद सुप्रीमो के परिवार पर की गई छापेमारी के बाद से ही बिहार का राजनीतिक तापमान बढ़ गया है. महागठबंधन के तमाम दल बीजेपी और केंद्र सरकार पर निशाना साध रहे हैं. वहीं, बीजेपी भी अपनी तरफ से इन आरोपों का अपने तरीके से जवाब दे रही है.