पटना: बिहार में विधानसभा और विधान परिषद चुनाव के पूर्व राजनीतिक दलों में टूट क्रम शुरू हो गया है. मंगलवार को जनता दल यूनाइटेड ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) को तगड़ा झटका दिया है. आरजेडी के एक साथ 5 विधान परिषद सदस्यों ने पार्टी छोड़ दी है.
आरजेडी के दिलीप राय, राधा चरण सेठ, संजय प्रसाद, कमरे आलम और रणविजय सिंह ने चुनाव से पहले जदयू ज्वाइन कर लिया है. इधर विधान परिषद के कार्यकारी सभापति ने पांचों विधायकों के गुट को अलग मान्यता दे दी है. इसके बाद से ये पांच विधान पार्षद जेडीयू के सदस्य हो गए. बिहार विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह ने कहा कि आरजेडी छोड़ जेडीयू में आए 5 विधान परिषदों को मान्यता दे दी गई है.
अलग गुट को दी गई मान्यता
आपको बता दें कि विधानसभा में आरजेडी कोटे से कुल 8 सदस्य हैं. लेकिन पांच सदस्य मतलब दो तिहाई सदस्य के टूटने के बाद विधान परिषद के कार्यकारी सभापति ने अलग गुट की मान्यता दे दी है. हलांकि पार्टी में टूट को लेकर कोई भी नेता बोलने को तैयार नहीं हैं.
नाराज चल रहे थे रघुवंश प्रसाद सिंह
पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं राष्ट्रीय जनता दल के उपाध्यक्ष डॉ. रघुवंश प्रसाद सिंह ने पार्टी के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है. रामा सिंह को लालू विरोधी और रघुवंश सिंह का धुर विरोधी माना जाता है. वैशाली के पूर्व सांसद रामा सिंह को राजद में शामिल करने की तैयारी से रघुवंश प्रसाद सिंह नाराज थे.