पटनाः बिहार में पिछले तीन दशक के घोटालों के इर्द गिर्द खूब सियासत होती रही है. लालू राबड़ी के शासन में हुए घोटालों के कारण कई मंत्रियों को जेल जाना पड़ा. वहीं, आरजेडी नीतीश कुमार के शासन में हुए घोटालों की पोस्टर जारी करती रही है. लेकिन घोटालों से उनका दामन आज भी बेदाग है.
घोटालों की लंबी लिस्ट
बिहार में घोटालों की लंबी फेहरिस्त है. पिछले 30 सालों में एक के बाद एक कई घोटाले होते रहे हैं. आरजेडी शासनकाल में हुए घोटाले के कारण लालू प्रसाद यादव को अपनी मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़नी पड़ी और इसे लेकर अब भी वे जेल में हैं.
विपक्ष रही नाकामयाब
सीएम नीतीश कुमार के 15 साल के शासनकाल में भी एक के बाद एक कई घोटाले हुए हैं. जिसमें सृजन घोटाला खूब चर्चा में रहा और उसकी सीबीआई जांच भी चल रही है. आरजेडी की ओर से 'पंद्रह साल पचपन घोटाले' नाम से जेडीयू के 55 घोटालों की एक लिस्ट जारी की गई है. लेकिन इन सबके बावजूद नीतीश कुमार को घोटालों के मामले में विपक्ष घेरने में अब तक नाकामयाब रही है.
'छवि खराब करने की कोशिश'
आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि नीतीश सरकार के 15 सालों के शासन में हुए घोटालों का पोस्टर पार्टी कार्यालय के पास लगा दिया गया है. विपक्ष के पोस्टर को लेकर जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि यह काल्पनिक बातें करके नीतीश कुमार की छवि खराब करने की कोशिश है.
नीतीश कुमार का बचाव
विपक्ष की तरफ से आरोप लगाया जाता रहा है कि सृजन घोटाला से बचने के लिए ही नीतीश कुमार महागठबंधन से अलग हो गए. लेकिन पार्टी का एक खेमा नीतीश कुमार का बचाव करता नजर आ रहा है.
नहीं कह सकते दोषी
आरजेडी विधायक शक्ति यादव ने कहा कि विरोधी दल एक दूसरे पर आरोप लगाते रहते हैं. लेकिन जब तक यह सिद्ध नहीं हो जाता हम किसी को दोषी नहीं कह सकते हैं.
दवा घोटाले में सीबीआई जांच की मांग
वहीं, एनडीए से बाहर निकलने के बाद नीतीश कुमार पर बीजेपी की ओर से भी दवा घोटाले को लेकर कई तरह के आरोप लगाए गए थे. जिसकी सीबीआई जांच की मांग भी गई थी. लेकिन अब सब कुछ बदल चुका है.
कांग्रेस के जमाने से घोटाले
बीजेपी विधायक अरुण सिन्हा का कहना है कि घोटाले तो कांग्रेस के जमाने से होते आए हैं. लालू प्रसाद यादव ने उसे वृहत रूप दे दिया. उन्होंने कहा कि यह समाप्त होने में समय लगेगा.
जेडीयू शासनकाल में हुए कुछ घोटालों की लिस्ट
- सृजन घोटाला
- मुजफ्फरपुर बालिका गृह
- छात्रवृति घोटाला
- महादलित घोटाला
- ग्रामीण बैंक घोटाला
- किसान क्रेडिट कार्ड घोटाला
- मनरेगा घोटाला
- दवा घोटाला
- प्रधानमंत्री आवास योजना घोटाला
- मुख्यमंत्री निश्चय योजना घोटाला
- शिक्षक नियोजन घोटाला
- नल जल घोटाला
- टॉपर घोटाला
- आंगनबाड़ी घोटाला
- स्कूल निर्माण घोटाला
- पुल निर्माण घोटाला
- ट्रेजरी घोटाला
- खाद सब्सिडी घोटाला
15 साल बनाम 15 साल
बिहार में घोटालों पर पहले भी खूब सियासत हुई है. चुनावी साल में 15 साल बनाम 15 साल के शासन की तुलना में जेडीयू की तरफ से लालू प्रसाद यादव के चारा घोटाला से लेकर कई घोटालों का जिक्र किया जाता रहा है.
पोस्टर वार
आरजेडी और जेडीयू के बीच दोनों पार्टियों के शासनकाल में घोटालों को लेकर पोस्टर बाजी होती रही है. बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक है. ऐसे में यह तय है कि दोनों दलों की ओर से घोटालों को लेकर एक दूसरे पर आगे भी निशाना साधा जाता रहेगा.