पटना: भोजपुर जिले के जगदीशपुर रेफरल अस्पताल में इलाजरत एक युवक की मौत (Youth Died during Treatment in Bhojpur) का मुद्दा काफी गरमा गया है. मृतक क्रांति के नायक बाबू वीर कुंवर सिंह का वंशज (Descendant Of Babu Veer Kunwar Singh) बताया जा रहा है. लोगों का आरोप है कि पुलिस की पिटाई से यह मौत हुई है. आरजेडी ने इस घटना को बिहार के लिए दुखद बताया है.
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आरजेडी ने की एसआईटी गठन की मांग: राजद विधायक मुकेश रौशन (RJD MLA Mukesh Roshan) ने कहा बिहार के कानून व्यवस्था को लेकर पूरे देश में बहुत ही खराब मैसेज गया है. पूरे मामले में सख्ती से जांच होनी चाहिए. वीर कुंवर सिंह के वंशज की हत्या मामले में एसआईटी का गठन कर जांच होनी चाहिये और दोषी को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए.
आरजेडी विधायक ने सरकार पर साधा निशाना: आरजेडी के विधायक ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुका है. दानापुर में जदयू नेता की हत्या कर दी जाती है. मुख्यमंत्री सुरक्षित नहीं हैं. पूरे बिहार में लगातार अपराधिक घटनाएं हो रही है. वीर कुवंर सिंह, जो बिहार के लीजेंडरी रहे हैं, देश दुनिया में उनका नाम है. उनके वंशज के साथ जिस प्रकार से पुलिसिया पिटाई में मौत हुई है, वह दुखद है.
क्या है पूरा मामला: भोजपुर में रेफरल अस्पताल जगदीशपुर में इलाजरत एक युवक की मौत (Youth Died during Treatment in Bhojpur) हो गई. मृतक क्रांति के नायक बाबू वीर कुंवर सिंह का वंशज (Descendant Of Babu Veer Kunwar Singh) बताया जा रहा है. युवक की मौत की खबर पर सैकड़ों की संख्या में लोग रेफरल अस्पताल पहुंचे और अस्पताल प्रबंधन व स्थानीय प्रशासन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे. लोगों का आरोप है कि पुलिस की पिटाई से यह मौत हुई है.
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाया. मृतक के नाराज परिजन दोषी अस्पताल प्रभारी और सीआईएटी (Counter Insurgency & Anti Terrorism) जवानों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग कर रहे थे. इस दौरान लगातार 8 घंटों तक अफरा-तफरी का माहौल बना रहा. मृतक जगदीशपुर नगर के वार्ड संख्या 18 वीर कुंवर सिंह किला गढ़ निवासी स्व. कुंवर विजय सिंह के 45 वर्षीय पुत्र कुंवर रोहित सिंह उर्फ बबलू सिंह बताए जा रहे हैं. इस मामले के तुल पकड़ते देख पुलिस ने तत्काल एसआईटी का गठन किया है.
साजिश के तहत हत्या का आरोप: मिली जानकारी के अनुसार, युवक की मौत के बाद आक्रोशित भीड़ प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाने लगी. वहीं मृतक की माता सह बीजेपी नेत्री पुष्पा सिंह (वीर कुंवर सिंह के वंशज) ने प्रशासन की मिलीभगत से बेटे की हत्या का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा मेरे बेटे की साजिशन हत्या की गई है. वीर कुंवर सिंह किला प्रांगण में सीआईएटी जवानों द्वारा किये जा रहे गलत कार्यों का मेरे बेटे रोहित उर्फ बबलू सिंह ने विरोध किया था. इसके चलते जवानों ने मारपीट कर उसे रेफरल अस्पताल के गेट के सामने सोमवार की देर रात फेंक दिया. मंगलवार को करीब 2 बजे उसकी मौत हो गई. मृतक की मां ने रेफरल अस्पताल के प्रभारी पर बेहतर इलाज न कर जानबूझकर मारने का संगीन आरोप लगाया है.
घंटों मची रही अफरातफरी: घटना से आक्रोशित मृतक के परिजनों और लोगों की भीड़ कुंवर रोहित सिंह के असामयिक मृत्यु को हत्या करार देते हुए आठ घंटे से अधिक समय तक शव को उठने नहीं दिया. सूचना मिलते ही एसडीपीओ श्याम किशोर रंजन, एसडीएम सीमा कुमारी, थानाध्यक्ष संजीव कुमार, अंचलाधिकारी कुमार कुंदन लाल, धनगाई थानाध्यक्ष कंचन कुमारी, आयर थानाध्यक्ष प्रदीप भास्कर, बीडीओ राजेश कुमार, नगर कार्यपालक पदाधिकारी विनय कुमार समेत काफी संख्या में पुलिस के जवान रेफरल अस्पताल पहुंचे और आक्रोशित लोगों को समझाया.
घंटों समझाने के बाद परिजन हुए शांत: अंततः एसडीएम सीमा कुमारी व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों, मृतक के भाई कुंवर अजय प्रताप सिंह, परिजनों तथा गणमान्य लोगों की मौजूदगी में बातचीत और जांच के पश्चात उचित कार्रवाई के आश्वासन के बाद आक्रोशित परिस्थिति कुछ शांत हुई. इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल आरा ले जाया गया.
एसपी बोले- दोषियों पर होगी कार्रवाई: भोजपुर के एसपी विनय तिवारी (Bhojpur SP Vinay Tiwari) भी अस्पताल पहुंचे थे. उन्होंने कहा जगदीशपुर में ऐसी घटना सामने आयी है. हमने इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया है. परिजनों से आवेदन ले रहे हैं. परिजन जिन पर शक जाहिर कर रहे हैं, हम उन पर एफआईआर दर्ज कर रहे हैं. उनके खिलाफ आगे की कानूनी कार्रवाई की जायेगी. एसआईटी अपना काम करेगी. इसमें जो भी दोषी होंगे, उन्हें जेल भेजा जायेगा. अगर किसी स्तर पर पुलिस से लापरवाही हुई है तो उसका भी हम आकलन कर रहे हैं. उसमें भी कार्रवाई की जायेगी. सभी आरोपों की जांच करेंगे. परिजन की डिमांड के मुताबिक मेडिकल बोर्ड का गठन, वीडियोग्राफी, परिजनों के सामने मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में पोस्टमार्टम की व्यवस्था की जा रही है. पोस्टमार्टम के आधार पर कार्रवाई की जायेगी. किसी के साथ रियायत नहीं बरती जायेगी.
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