पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा और जदयू ने अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है. 7 नवंबर को बिहार विधानसभा चुनाव के आखिरी चरण का मतदान है. और इससे पहले नीतीश कुमार के नेतृत्व पर एक तरफ जहां महागठबंधन के नेता सियासी हमला कर रहे हैं तो दूसरी तरफ जेडीयू और बीजेपी के दिग्गज नीतीश कुमार को विकास पुरुष बता रहे हैं.
जेडीयू पर कांग्रेस का तंज
कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा कि नीतीश कुमार ने 15 सालों में कोई काम नहीं किया ,उनका चेहरा दागदार हो गया है. नीतीश कुमार के शासनकाल में मुजफ्फरपुर बालिका सुधार गृह, सृजन घोटाला समेत कई घोटाले हुए. सात निश्चय में भी बड़े पैमाने पर अनियमितता हुई है. ऐसे में भाजपा नेताओं ने नरेंद्र मोदी के नाम पर वोट मांगने का फैसला लिया. कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि नीतीश कुमार के नाम पर जनता एक वोट नहीं देगी. इसलिए नीतीश कुमार पीएम मोदी और बीजेपी के नाम पर वोट मांग रहे हैं.
करनी और कथनी में अंतर
राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन ने कहा कि बीजेपी की कथनी और करनी में फर्क है. बीजेपी के लोग चिराग पासवान को भी आगे करते हैं और नीतीश कुमार को भी सीएम चेहरा बता राजनीति करते हैं.
आरजेडी के सवालों पर सफाई?
आरजेडी और कांग्रेस के आरोपों पर बीजेपी और जेडीयू नेताओं ने सफाई दी है. जदयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने भी नीतीश कुमार के कार्यों की तारीफ की और नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री का चेहरा बताया. हमें मुख्यमंत्री द्वारा किए गए कार्यों पर पूरा भरोसा है. बीजेपी प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने अपना बयान में कहा कि हम दोनों नेताओं के सहारे चुनाव में हैं. नीतीश कुमार का चेहरा और नरेंद्र मोदी के भरोसे के साथ हम विधानसभा चुनाव में हैं और एनडीए को जनता का समर्थन हासिल होगा.