पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले फेज का नामांकन पूरा हो चुका है. 28 अक्टूबर को चुनाव होना है. चुनाव आयोग को प्रत्याशियों ने जो हलफनामा दिया है. उसमें कुछ चौका देने वाले आंकड़े सामने आए हैं. सबसे ज्यादा बाहुबली राजद में है और करोड़पति यों के मामले में भी राजद ने सभी दलों को पीछे छोड़ रखा है. भाजपा दोनों मायने में दूसरे स्थान पर है.
राजनीतिक दलों ने बाहुबलियों पर लगाया दाव
बिहार जैसे राज्यों के लिए राजनीति का अपराधीकरण बड़ी चुनौती है. चुनाव आयोग और सुप्रीम कोर्ट लगातार राजनीति के अपराधीकरण को लेकर सख्ती बरत रहा है. लेकिन राजनीतिक दल अभी बाहुबलियों को टिकट देने में पीछे नहीं है. पहले चरण में जितने उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया है. आंकड़े के जरिए बताते हैं कि किस पार्टी की क्या स्थिति है.
राजद ने 73% ऐसे प्रत्याशी हैं, जिनके खिलाफ अपराधिक मामले हैं. 54% उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर मामले हैं.
भाजपा में 72% उम्मीदवार ऐसे हैं जिनके खिलाफ आपराधिक मामले हैं. 45% उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर मामले हैं.
लोक जनशक्ति पार्टी में 59% उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले हैं तो 49% के खिलाफ गंभीर मामले हैं.
कांग्रेस के 57% उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले हैं. तो 43% के खिलाफ गंभीर मामले दर्ज हैं.
जदयू के 43% उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले हैं तो 29% उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर मामले हैं.
बसपा के 30% उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले हैं तो 19% के खिलाफ गंभीर मामले दर्ज हैं.
करोड़पति उम्मीदवार पर पार्टी का दाव के आंकड़े इस प्रकार हैं :-
- राजद में कुल 95% ऐसे उम्मीदवार हैं जो करोड़पति हैं और उनकी संख्या 39 है.
- जदयू में कुल 89% उम्मीदवार करोड़पति हैं, जिनकी संख्या 31 है.
- भाजपा में कुल 83% प्रत्याशी करोड़पति हैं, जिनकी संख्या 24 है.
- लोजपा में कुल 73% उम्मीदवार करोड़पति हैं, जिनकी संख्या 30 है.
- कांग्रेस पार्टी के 67% उम्मीदवार करोड़पति हैं, जिनकी संख्या 14 है.
- बहुजन समाज पार्टी के 46% उम्मीदवार करोड़पति हैं, जिनकी संख्या 12 है.