पटना: आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव (RJD supremo Lalu Yadav) पर जमीन के बदले नौकरी घोटाले मामले को लेकर सीबीआई को केस चलाने की अनुमति केंद्र सरकार ने दे दी है. उस पर बिहार में सियासी बयानबाजी तेज हो गई है. राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने इसको लेकर कहा कि बिहार में महागठबंधन की सरकार जब से बनी है, उसके बाद से ही बीजेपी कहीं न कहीं लालू यादव के ऊपर लगातार साजिश और षड्यंत्र कर रही है. भाजपा राजनीतिक लड़ाई तो राष्ट्रीय जनता दल से जीत नहीं सकती है, तो किसी ने किसी तरह साजिश और षड्यंत्र करके उन्हें फंसाने का काम कर रही है जो कि ठीक नहीं है.
ये भी पढे़ं- कम उम्र में तेजस्वी हजारों करोड़ के मालिक कैसे बने इसका खुली किताब में जिक्र नहीं: विजय सिन्हा
'हमारे नेता तेजस्वी यादव कई बार कह चुके हैं कि सीबीआई को मन है तो हमारे घर में आकर अपना कार्यालय खोल लें. कई बार जांच हुआ कहीं कुछ नही मिला. अब आगे जो हो हमलोग न्यायालय पर विश्वास रखते है. और जब कहीं कोई गड़बड़ी हुआ ही नहीं तो फिर डरने की कहां बात है. न्यायालय पर भरोसा है और न्यायालय इस मामले में भी न्याय करेगा.' - मृत्युंजय तिवारी, राजद प्रवक्ता
'सीबीआई ने जब आईआरसीटीसी मामले में जांच किया तो नौकरी देने का घोटाला सामने आया है. किस तरह से जमीन लेकर नौकरी दी गई, किस तरह रेवड़ियों की तरह नौकरी बांटी गई, सब कुछ सामने आया है. इसके बावजूद इसको लेकर राष्ट्रीय जनता दल के लोग कह रहे हैं, कि साजिश है. ऐसा कुछ नहीं है. सीबीआई स्वतंत्र जांच एजेंसी है और अपना काम कर रही है.' - प्रेम रंजन पटेल, बीजेपी प्रवक्ता
जमीन के बदले नौकरी घोटाले में राजनीतिक बयानबाजी : बीजेपी प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने आरजेडी पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने आईआरसीटीसी घोटाले में सीबीआई जांच की इजाजत दी है, तो अगर उन्होंने कोई गड़बड़ी नहीं किया है तो फिर वो डरते क्यों हैं?. जांच हो रही है सब कुछ सामने आएगा अगर वह दोषी नहीं होंगे उन पर कार्रवाई नहीं होगी. अब मामला शुरू हुआ और उसके बाद राजद के लोग बयानबाजी करना शुरू कर दिए हैं, तो कहीं ना कहीं हमें लगता है कि दाल में काला तो जरूर है. अगर गलती किए होंगे, दोषी होंगे तो कार्रवाई जरूर होगी. और अगर दोषी नहीं होंगे तो बरी होंगे, इससे घबराने की जरूरत कहां है.
Land for job scam मामले में CBI जांच तेज : गौरतलब है कि सीबीआई को 'जमीन के बदले नौकरी' घोटाले (Land for job scam) में केस चलाने को मंजूरी मिल गई है. इससेराष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की मुश्किलें बढ़ गई हैं. केंद्र ने CBI को ‘जमीन के बदले नौकरी’ घोटाले में केस चलाने की केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है. इस मामले में सीबीआई ने लालू यादव और राबड़ी देवी समेत 16 लोगों पर इस मामले में चार्जशीट दाखिल किया था. बता दें कि लालू यादव साल 2004 से साल 2009 के बीच रेलमंत्री थे. इसी दौरान उन पर आरोप लगा कि नौकरी लगवाने के बदले में जमीन और प्लॉट लिए गए थे. सीबीआई ने इस मामले में जांच के बाद लालू और उनकी बेटी के खिलाफ मामला दर्ज किया था.