पटना:बिहार के डीजीपी एस के सिंघल (DGP SK Singhal) ने आने वाले कुछ सालों में प्रशासनिक तंत्र को मजबूत करने के लिए एक लाख पुलिस कर्मियों की बहाली करने (Recruitment of Police Personnel In Bihar) की जानकारी दी. चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के संवाद कार्यक्रम में शुक्रवार को डीजीपी ने कहा कि पुलिस में भी गलत करने वाले लोग मौजूद हैं और उन्हें किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा.
ये भी पढ़ें:- बिहार में पुलिस की वर्दी में दिखेंगे किन्नर, दारोगा बनने की तैयारी में जुटे ट्रांसजेंडर्स
बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज का संवाद: संवाद में डीजीपी एस के सिंघल ने कहा कि पटना में लगने वाली जाम की स्थिति सबसे बड़ी समस्या है. जिसका मुख्य वजह पटना शहर का विस्तार नहीं होना है. साथ डीजीपी ने बताया कि मां-बाप अपने बच्चों का ख्याल नहीं रखते हैं. जिसके वजह से युवा गलत रास्ते पर जा रहे हैं.
राज्य के विकास में उद्यमियों की महत्वपूर्ण भूमिका: वहीं, इस संवाद कार्यक्रम में चैंबर ऑफ कॉमर्स अध्यक्ष पीके अग्रवाल ने बताया कि राज्य के आर्थिक विकास में उद्यमियों और व्यवसायियों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है. लेकिन अपराधियों का शिकार भी अक्सर यही वर्ग सबसे ज्यादा होता है. इस दौरान चैंबर उपाध्यक्ष मुकेश कुमार जैन ने बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज की ओर से एक ज्ञापन सौंपा.
ये भी पढ़ें:- 'अनियमितता के आरोप में 5 पुलिस पदाधिकारियों पर जल्द होगी कार्रवाई'
पुलिस मॉडर्नाइजेशन की प्रक्रिया जारी: बता दें कि इस संवाद कार्यक्रम में अपर पुलिस महानिदेशक जीतेंद्र सिंह गंगवार ने कहा कि पुलिस के आधुनिकीकरण का काम चल रहा है बहुत जल्द परिवर्तन नजर आयेगा. उन्होंने कहा कि तीन महीने में इमरजेंसी रिस्पॉन्ड सपोर्ट सिस्टम शुरू हो जायेगा और 400 आधुनिक तकनीक से लैस वाहन आयेंगे. जल्द ही बिहार में भी इमरजेंसी रिस्पॉन्ड के 112 नंबर को शुरू किया जायेगा. फिलहाल शराब से संबंधित जानकारी आमलोग 15545 नंबर पर दे सकते हैं. बिहार के सभी थाना परिसर को सीसीटीवी से लैस करने की भी योजना है. जाम की समस्या दूर करने के लिए IG रैंक का पद सृजित किया गया इसलिए बहुत जल्द सुधार आयेगा. खेतान मार्केट ऑनर एसोसिएशन के अध्यक्ष राम लाल खेतान, जीपी सिंह, राजेश आर्या,रामचंद्र प्रसाद ने डीजीपी के सामने सुझाव और मांग रखी. वहीं, संवाद कार्यक्रम में एसएसपी एमएस ढिल्लो, एसपी अंबरीष राहुल और राजेश कुमार ने भी शामिल हुए.
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP