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Reality Check: जानिए 3 घंटे में पटना शहर से पानी निकाल देने की सच्चाई - Patna

पटना (Patna) शहर का जलजमाव से पुराना रिश्ता है. जब भी बारिश होती है, शहर पानी-पानी हो जाता है. इसी तरह हर साल की बारिश नगर निगम के दावों की पोल खोल कर रख देती है.

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Published : Jun 27, 2021, 9:09 PM IST

पटना: पटना नगर निगम (Patna Municipal Corporation) लाख दावे कर ले कि 2 से 3 घंटों में शहर को जलजमाव से मुक्त कर देंगे लेकिन कई इलाकों में यह हवा-हवाई ही साबित होता है. पाटलिपुत्र कॉलोनी, कदमकुआं का इलाका और अनिशाबाद समेत अन्य कई इलाकों में अभी भी जलजमाव की स्थिति बनी हुई है. इससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है.

ये भी पढ़ें- Weather Report: राजधानी में बदला मौसम का मिजाज, तेज आंधी और गरज के साथ बारिश

रुक-रुक कर हो रही बारिश से जलजमाव
जानकारी के मुताबिक बिहार में 12 जून से मानसून सक्रिय है. रुक-रुक कर हो रही बारिश की वजह से राजधानी पटना के कई इलाकों में जलजमाव की स्थिति बन गई है.

शुक्रवार की रात हुई 2 घंटे की झमाझम बारिश की वजह से पटना के अधिकतर इलाकों में जलजमाव की स्थिति बन गई. विधानमंडल परिसर से लेकर डिप्टी सीएम समेत कई मंत्रियों के आवास और अन्य इलाकों में भी भारी जलजमाव की समस्या देखी गयी.

अभी भी है जलजमाव की स्थिति
हालांकि, निगम प्रशासन ने इन वीआईपी इलाकों से पानी को 5 घंटे के भीतर ही निकाल दिया लेकिन कुछ इलाकों में अभी भी जलजमाव की स्थिति बनी हुई है. निगम प्रशासन की तरफ से दावा किया जा रहा था 2 से 3 घंटे के अंदर पानी को निकाल दिया जाएगा. निगम प्रशासन अपने दावे पर कई इलाकों में तो खरा उतरा लेकिन कुछ इलाकों में अभी भी समस्या बरकरार है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

नगर निगम के दावे हुए फिसड्डी
वहीं, ईटीवी भारत की टीम निगम प्रशासन के दावे को लेकर रियलिटी चेक करने पाटलिपुत्र कॉलोनी के इलाके में पहुंची. जहां पर अभी भी कई वार्डों में जलजमाव की स्थिति बनी हुई है. कदमकुआं के इलाके में भी अभी जलजमाव है. जलजमाव की वजह से कई दुकानें बंद हैं. कई दुकाने खुली तो हैं लेकिन पानी जमा होने के कारण ग्राहक नहीं आ रहे हैं.

ये भी पढ़ें : बिहार : दो घंटे की बारिश से पानी-पानी राजधानी, खुली जल निकासी के दावों की पोल

"शहर में जो कार्य समय पर पूरा होना था, वह नहीं हो सका है. इसकी मुख्य वजह नगर विकास विभाग है. विकास मद में विभाग की तरफ से निगम प्रशासन को जो राशि मिलती है, वो समय पर नहीं दी जाती है. शहर की आबादी इस कदर बढ़ी है और हम वही पुराने ड्रेनेज के सहारे पानी को निकालने की कोशिश करते हैं. 2019 में जिस तरह से जलजमाव हुआ था, उसके बाद निगम प्रशासन ने 73 नए नालों के निर्माण का लक्ष्य निर्धारित किया था. उसमें से 42 नलों के लिए ही नगर विकास विभाग से पैसा मिला, वह भी अधूरा. इसकी वजह से सभी नालों का निर्माण सही समय पर पूरा नहीं हो सका."- इंद्रदीप चंद्रवंशी, सदस्य, स्टैंडिंग कमेटी

दावों पर अमल नहीं करते निगम अधिकारी
निगम प्रशासन द्वारा किए जा रहे दावे को लेकर जब स्थानीय लोगों से बात की गई तो उन्होंने कहा कि अनिशाबाद वार्ड संख्या 10, 11 और 12 बेउर जेल का इलाके में अभी भी जलजमाव की स्थिति बनी हुई है. उन्होंने कहा कि निगम प्रशासन हर साल यह दावा करता है कि जलजमाव नहीं होगा. 2 से 3 घंटों के अंदर पानी निकाल देंगे लेकिन वे अपने दावों खड़े नहीं उतरते हैं.

भी पढ़ें : मूसलाधार बारिश से डूबीं पटना की सड़कें, देखें वीडियो

जलजमाव से है पुराना रिश्ता
पटना शहर का जलजमाव से पुराना रिश्ता है. जब भी बारिश होती है, शहर पानी-पानी हो जाता है. 2019 के जलजमाव को याद कर पटनावासी अभी भी सहम जाते हैं. 2 साल पहले भीषण जलजमाव के सदमे से पटनावासी उबर नहीं पाए हैं. शुक्रवार को हुई बारिश के कारण कई इलाकों में जलजमाव की स्थिति हो गई है.

पिछले दिनों नगर विकास विभाग मंत्री ने दावा किया था कि पटना शहर में इस बार जलजमाव नहीं होगा. लेकिन उनके दावे खोखले साबित हुए हैं. वहीं, नगर निगम के सदस्यों का कहना है कि जब भी जलजमाव होता है, इसके लिए नगर निगम को दोषी ठहराया जाता है. जबकि जलजमाव के कई कारण हैं.

पटना: पटना नगर निगम (Patna Municipal Corporation) लाख दावे कर ले कि 2 से 3 घंटों में शहर को जलजमाव से मुक्त कर देंगे लेकिन कई इलाकों में यह हवा-हवाई ही साबित होता है. पाटलिपुत्र कॉलोनी, कदमकुआं का इलाका और अनिशाबाद समेत अन्य कई इलाकों में अभी भी जलजमाव की स्थिति बनी हुई है. इससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है.

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रुक-रुक कर हो रही बारिश से जलजमाव
जानकारी के मुताबिक बिहार में 12 जून से मानसून सक्रिय है. रुक-रुक कर हो रही बारिश की वजह से राजधानी पटना के कई इलाकों में जलजमाव की स्थिति बन गई है.

शुक्रवार की रात हुई 2 घंटे की झमाझम बारिश की वजह से पटना के अधिकतर इलाकों में जलजमाव की स्थिति बन गई. विधानमंडल परिसर से लेकर डिप्टी सीएम समेत कई मंत्रियों के आवास और अन्य इलाकों में भी भारी जलजमाव की समस्या देखी गयी.

अभी भी है जलजमाव की स्थिति
हालांकि, निगम प्रशासन ने इन वीआईपी इलाकों से पानी को 5 घंटे के भीतर ही निकाल दिया लेकिन कुछ इलाकों में अभी भी जलजमाव की स्थिति बनी हुई है. निगम प्रशासन की तरफ से दावा किया जा रहा था 2 से 3 घंटे के अंदर पानी को निकाल दिया जाएगा. निगम प्रशासन अपने दावे पर कई इलाकों में तो खरा उतरा लेकिन कुछ इलाकों में अभी भी समस्या बरकरार है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

नगर निगम के दावे हुए फिसड्डी
वहीं, ईटीवी भारत की टीम निगम प्रशासन के दावे को लेकर रियलिटी चेक करने पाटलिपुत्र कॉलोनी के इलाके में पहुंची. जहां पर अभी भी कई वार्डों में जलजमाव की स्थिति बनी हुई है. कदमकुआं के इलाके में भी अभी जलजमाव है. जलजमाव की वजह से कई दुकानें बंद हैं. कई दुकाने खुली तो हैं लेकिन पानी जमा होने के कारण ग्राहक नहीं आ रहे हैं.

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"शहर में जो कार्य समय पर पूरा होना था, वह नहीं हो सका है. इसकी मुख्य वजह नगर विकास विभाग है. विकास मद में विभाग की तरफ से निगम प्रशासन को जो राशि मिलती है, वो समय पर नहीं दी जाती है. शहर की आबादी इस कदर बढ़ी है और हम वही पुराने ड्रेनेज के सहारे पानी को निकालने की कोशिश करते हैं. 2019 में जिस तरह से जलजमाव हुआ था, उसके बाद निगम प्रशासन ने 73 नए नालों के निर्माण का लक्ष्य निर्धारित किया था. उसमें से 42 नलों के लिए ही नगर विकास विभाग से पैसा मिला, वह भी अधूरा. इसकी वजह से सभी नालों का निर्माण सही समय पर पूरा नहीं हो सका."- इंद्रदीप चंद्रवंशी, सदस्य, स्टैंडिंग कमेटी

दावों पर अमल नहीं करते निगम अधिकारी
निगम प्रशासन द्वारा किए जा रहे दावे को लेकर जब स्थानीय लोगों से बात की गई तो उन्होंने कहा कि अनिशाबाद वार्ड संख्या 10, 11 और 12 बेउर जेल का इलाके में अभी भी जलजमाव की स्थिति बनी हुई है. उन्होंने कहा कि निगम प्रशासन हर साल यह दावा करता है कि जलजमाव नहीं होगा. 2 से 3 घंटों के अंदर पानी निकाल देंगे लेकिन वे अपने दावों खड़े नहीं उतरते हैं.

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जलजमाव से है पुराना रिश्ता
पटना शहर का जलजमाव से पुराना रिश्ता है. जब भी बारिश होती है, शहर पानी-पानी हो जाता है. 2019 के जलजमाव को याद कर पटनावासी अभी भी सहम जाते हैं. 2 साल पहले भीषण जलजमाव के सदमे से पटनावासी उबर नहीं पाए हैं. शुक्रवार को हुई बारिश के कारण कई इलाकों में जलजमाव की स्थिति हो गई है.

पिछले दिनों नगर विकास विभाग मंत्री ने दावा किया था कि पटना शहर में इस बार जलजमाव नहीं होगा. लेकिन उनके दावे खोखले साबित हुए हैं. वहीं, नगर निगम के सदस्यों का कहना है कि जब भी जलजमाव होता है, इसके लिए नगर निगम को दोषी ठहराया जाता है. जबकि जलजमाव के कई कारण हैं.

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