पटना: बिहार में प्रचंड ठंड का कहर जारी है. ठंड की ठिठुरन के बीच ट्रेन का इंतजार करना गरीब यात्रियों को भारी पड़ रहा है. लोगों के रूकने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है.रैन बसेरों की संख्या कम होने से लोगों को खुद सर्दी से बचने का इंतजाम करना पड़ रहा है. लेकिन गरीबों के पास कोई रास्ता नहीं सिवाय ठंड में ठिठुरने के सिवाय.
ईटीवी भारत, रात को पटना जक्शन पहुंचा
ईटीवी भारत की टीम रात्रि 12:00 बजे पटना जंक्शन पर यह जानने पहुंची कि पटना जंक्शन पर किस तरह से लोग ठंड में रात गुजार रहे हैं. देखा गया कि काफी लोग पटना जंक्शन के टिकट काउंटर के फर्श पर चादर और कंबल में लिपटे हुए सोए हैं. तो कई लोग ठिठुरते हुए सोने की कोशिश करते दिखे. रेलवे स्टेशन के अंदर और टिकट गैलरी में कई लोग जमीन पर सो रहे थे. पूछने पर लोगों ने बताया कि यहां आस-पास नजदीक में रैन बसेरा नहीं है जिस कारण उन्हें यहीं रात गुजारने को मजबूर होना पड़ रहा है.
'कहां सोयेंगे सोने के लिए जगह नहीं है. कोई इंतजाम नहीं है. अभी कोई ट्रेन भी नहीं है. मुझे सहरसा जाना है. बताया गया है कि अब सुबह गाड़ी आयेगी. रात भर इंतजार करना पड़ेगा. सरकार को ठंड से बचाने के लिए उपाय करना चाहिए था. हम गरीब आदमी कुछ नहीं कर सकते हैं' - दिनेश गुप्ता, मजदूर
ठंड में मुश्किल
कुछ यात्रियों ने प्लेटफॉर्म 9 और 10 पर भी सीढ़ियों के नीचे अपना ठिकाना बना रखा है. इस दौरान इनके आसपास आवारा जानवर भी घूमते रहते हैं. यहां बैठे कुछ लोगों के पास चादर तक नहीं थी. इस दौरान ठंड के मौसम ने इन्हें काफी मुश्किल में डाल दिया है. यहां मौजूद यात्री सरकार से व्यवस्था मुक्कमल करने की मांग कर रहे हैं.