पटना: हैदराबाद में हुए दुष्कर्म के आरोपियों के एनकाउंटर के बाद पूरे देश में खुशी मनाई जा रही है. आम से लेकर खास तक सभी की अपनी अलग-अलग राय है. इस मसले पर बुद्धिजीवियों की भी अलग-अलग राय है. पीएमसीएच के वरिष्ठ डॉक्टर और आईएमए बिहार के पूर्व अध्यक्ष डॉ. सच्चिदानंद कुमार ने कहा कि यह एनकाउंटर इसलिए सही है क्योंकि पुलिस की गिरफ्त से अपराधी भागने का प्रयास कर रहे थे. यदि उनका एनकाउंटर नहीं होता तो अपराधी शायद भागने में सफल रहते.
डॉ. सच्चिदानंद कुमार ने कहा कि पुलिस की गिरफ्त से जब अपराधी भागे तो उनका एनकाउंटर करना बिल्कुल सही है. उन्होंने कहा कि पुलिस को चाहिए कि अगर इस प्रकार के केस जाते हैं तो जल्द से जल्द अपराधी को पकड़ कर 10 दिनों का उनका ट्रायल हो और जो भी मृत्युदंड की सजा हो उसे तुरंत मुकर्रर की जाए ताकि कानून का डर बना रहे.
'हैदराबाद एनकाउंटर जांच का विषय'
इस मसले पर पटना जंक्शन के स्टेशन निदेशक निलेश कुमार ने कहा कि यह एनकाउंटर जांच का विषय है. उन्होंने कहा कि जनता में आक्रोश है, हो सकता है पुलिस प्रशासन में भी आक्रोश हो. उन्होंने कहा कि कानून हाथ में लेने का किसी को भी अधिकार नहीं है. हमें कानून का पालन करना चाहिए. उसका उल्लंघन नहीं करना चाहिए.
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कानून व्यवस्था से उब गई है जनता- RLSP
वहीं राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष बीके सिंह ने कहा कि इस एनकाउंटर की घटना के बाद पूरा राष्ट्र हर्षोल्लास मना रहा है. हैदराबाद में लोग पुलिस पर फूल बरसा रहे हैं और उनके पैर छू रहे हैं. उन्होंने कहा कि लोगों के इस व्यवहार से ऐसा लगता है कि इस कु कृत्य के लिए जो कानून व्यवस्था है उससे लोग ऊब गए हैं.
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दुष्कर्म के आरोपियों को 30 दिनों के अंदर सजा मिले
उन्होंने कहा कि हालांकि यह एनकाउंटर की घटना न्यायिक दृष्टिकोण से सही नहीं नजर आती है मगर इससे सरकार को यह सीखना चाहिए कि जो इस प्रकार के केस की न्यायिक प्रक्रिया में डीले होता है उसे लोग उब गए हैं. ऐसे में नया कानून बनाना चाहिए जिसमें दुष्कर्म के आरोपियों को 30 दिनों के अंदर सजा मिल जाए और उसका अमलीकरण भी हो जाए.