नई दिल्ली/पटना: पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निधन पर पूरा देश गमगीन है. निधन की खबर मिलते ही राजनीतिक जगत में भी शोक की लहर दौड़ गई. मंगलवार को दिल का दौरा पड़ने से सुषमा स्वराज का निधन हो गया. उनके पार्थिव शरीर को दिल्ली के एम्स अस्पताल से उनके घर लाया गया है. स्वराज के अचानक निधन की खबर से उनके चाहने वालों को धक्का लगा है. केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद सुषमा स्वराज के निधन पर मीडिया से बात करते हुए भावुक हो गए.
भावुक हुए रविशंकर प्रसाद
कानून मंत्री ने नम आंखों से कहा कि हमारी बड़ी बहन सुषमा स्वराज नहीं रहीं. 25-30 सालों का संबंध था. छोटे भाई की तरह उन्होंने हमें संगठन, सरकार में सिखाया. परसों उनका फोन आया था, ट्रिपल तलाक पर इतनी खुश थीं. कल फिर बात हुई थी तो आर्टिकल 370 के फैसले पर खुशी जता रही थी.
'मेरी बड़ी बहन थीं सुषमा'
रविशंकर प्रसाद ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जब से संसद से आया तो सुषमा जी का ट्वीट देखा, जिसमें उन्होंने धारा 370 को हटाये जाने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी और कहा कि मुझे इसी दिन का इंतज़ार था. कुछ देर बाद खबर आई कि वो हमारे बीच नहीं रहीं. सुषमा जी ने पार्टी को बहुत आगे बढ़ाया. एक नेता, एक प्रशासक, एक प्रखर सांसद और एक अलौकिक वक्ता थीं. मेरे पास और कुछ कहने के लिए शब्द नहीं. ये कहते हुए रविशंकर प्रसाद की आंखें भर आईं.
सुषमा स्वराज का आखिरी ट्वीट
सुषमा स्वराज ने कल शाम साढ़े सात बजे के करीब आखिरी ट्वीट किया था. अपने आखिरी ट्वीट में सुषमा स्वराज ने धारा 370 पर लोकसभा में बिल पास होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी थी. अपने आखिरी ट्वीट में सुषमा स्वराज ने लिखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी... आपका हार्दिक अभिनन्दन. मैं अपने जीवन में इस दिन को देखने की प्रतीक्षा कर रही थी.