पटना: बिहार में कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव के कारण 25 मई तक लॉकडाउन लागू है. इससे कोरोना मरीजों की संख्या में तो कमी आई है, लेकिन लोगों की मुश्किलें बढ़ी हुई है. लॉकडाउन के कारण एक तो दुकानों के खुलने का समय निर्धारित है, वहीं राशन सामग्री के मूल्यों में इजाफा हो रहा है. इसे दुकानदार और ग्राहक दोनों ही परेशान हैं.
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राजधानी के बड़े राशन मंडी चितकोहरा बाजार में दुकानदारों ने बताया कि कंपनी से मूल्य बढ़ाकर हमें सामान मिल रहा है जिस वजह से हमें अधिक दाम में बेचना पड़ रहा है. हालांकि लॉकडाउन के कारण सामान आने में किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं है, लेकिन पहले के मुकाबले सामान कम आ रहा है. मार्केट में सप्लाई काफी अधिक है, लेकिन अभी उतना डिमांड नहीं है. सामान महंगे हो रहे हैं, जिस वजह से लोग खरीदारी भी कम कर रहे हैं.
दुकानदारों की परेशानी
इसके अलावा दुकानदारों ने बताया कि दुकानदारी के लिए समय सीमा भी काफी कम है. इससे भी परेशानी हो रही है. ज्यादा से ज्यादा लोग खरीदारी करने के लिए नहीं पहुंच पाते हैं. वहीं, जरूरत के सामान जो 8 से 10 घंटे में बिकते थे उसे अब 4 घंटे में बेचना पड़ रहा है.
बाजार में सामानों के नए बढ़े हुए दर:
क्रम संख्य | सामान | नया दर (प्रति केजी) | पुराना दर (प्रति केजी) |
01 | चना | 75-85 | 60-75 |
02 | चना दाल | 80 -85 | 65 |
03 | मसूर दाल | 85 -90 | 70 |
04 | अरहर दाल | 115 | 97 |
05 | मूंग दाल | 118 | 90 |
06 | तेल | 160-165 | 128-140 |
07 | रिफाइन | 150-160 | 145 |
08 | हल्दी | 100 | 75 |
09 | मिर्च | 175 | 140 |
10 | धनिया | 85-90 | 70-75 |
11 | चीनी | 45-49 | 40 |
12 | आटा | 28-29 | 20-22 |
लोगों ने बताई अपनी समस्या
बाजार में खरीदारी करने के लिए आने वाले लोगों ने बताया कि लॉकडाउन के पहले से ही सामान की कीमतों में वृद्धि हो रही थी. अब लॉकडाउन में तो काफी वृद्धि हो गई है. इससे घर का बजट गड़बड़ा गया है. राशन सामग्रियों में सबसे अधिक कीमत तेल की बढ़ी है. लॉकडाउन में आमदनी तो बिल्कुल भी नहीं है, वहीं खर्चा काफी अधिक है. एक तो कोरोना संक्रमण के कारण परेशान हैं ऊपर से महांगाई दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है.