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पटना के हनुमान जी से मिलने पहुंचे किष्किंधा के बाल हनुमान, देखें VIDEO

कर्नाटक के किष्किंधा मंदिर से निकली रथ यात्रा गाजे-बाजे के साथ पटना महावीर मंदिर (Rath Yatra Reached To Patna Mahavir Mandir ) पहुंची. रथ में बाल हनुमान सवार थे. श्रद्धालुओं और मंदिर समिति के तरफ से रथ यात्रा का जोरदार स्वागत हुआ. यह रथ यात्रा देश के विभिन्न राज्यों से होते हुए यहां पहुंची है. 12 साल का रथ यात्रा तक जारी रहेगा. पढ़ें पूरी खबर...

कर्नाटक के किष्किंधा से पटना हनुमान मंदिर तक रथ यात्रा
कर्नाटक के किष्किंधा से पटना हनुमान मंदिर तक रथ यात्रा
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Published : Jul 5, 2022, 10:33 PM IST

पटना. भगवान हनुमान का नाम लेते ही किष्किंधा की तस्वीर लोगों के जेहन में उतर जाती है. क्योंकि रामायण में भी किष्किंधा का चर्चा है. और ऐसे में किष्किंधा के हनुमान के इसी रूप का दर्शन पटना में हो जाये, तो फिर क्या ही कहना. जी हां, किष्किंधा के बाल हनुमान आज यानी मंगलवार को पटना के महावीर से मिलने आए हैं. इसके लिए कर्नाटक के किष्किंधा मंदिर (Kishkindha Temple Of Karnataka) से रथ यात्रा निकली गई थी, जो कई राज्यों से होते हुए पटना महावीर मंदिर पहुंची.

यह भी पढ़ें: पटना महावीर मंदिर में अब साल में 2 बार मनायी जाएगी हनुमान जयंती: आचार्य कुणाल किशोर

मंदिर में धूमधाम से हुई पूजा-अर्चना: पटना महावीर मंदिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि कर्नाटक के विजय नगर साम्राज्य के हंपी स्थित किष्किंधा से रथ यात्रा निकली थी, जो अयोध्या, गोरखपुर होते हुए आज लगभग 10 बजे पटना महावीर मंदिर पहुंची है. यहां पहुंचने के बाद मूर्तियां महावीर मंदिर में रखी गई है. शाम को श्रद्धालुओं ने मूर्तियों के साथ पूजा-अर्चना की. इस रथ में हनुमान जी की माता अंजना, राम दरबार और शिवजी की उत्सव प्रतिमा के साथ कई मूर्तियां भी शामिल है.

महावीर मंदिर से जनकपुर जाएगी यात्रा: पटना महावीर मंदिर में पूजा अर्चना के बाद यह रथ यात्रा जनकपुर जाएगी. बता दें कि किष्किंधा से चलकर महावीर मंदिर पहुंचने वाले रथ को खास तौर पर तैयार किया गया है. रथ का नेतृत्व हंपी के श्री हनुमद जन्म भूमि ट्रस्ट के स्वामी गोविंदानंद सरस्वती कर रहे हैं. इस रथ में रामजन्म भूमि अयोध्या से लाये गए राम की पादुका को भी रखा गया है. इसमें तीन गुपुरम और चार गर्भगृह भी स्थित हैं. इस रथ में बाल हनुमान के साथ राम, लक्ष्मण, सीता सहित कई प्रतिमाएं रखी गई हैं.

12 वर्षों तक जारी रहेगा रथ यात्रा: इस रथ की सबसे खास बात यह है कि इसमें भगवान हनुमान के इतिहास को दिखाने का प्रयास किया गया है. किष्किंदा के दयानंद सरस्वती की भारत से बातचीत के दौरान बताया था जिस तरह से अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण चल रहा है. उसी तरह राम भक्त हनुमान के लिए किष्किंधा में भव्य मंदिर का निर्माण कराया जा रहा है .और इस रथ के माध्यम से देश के तमाम लोगों को किष्किंधा के बाल गोपाल का दर्शन कराया जा रहा है. 12 वर्षों तक देश के विभिन्न धार्मिक स्थल से लेकर के मोहल्ले तक पहुंचेगी और लोग राम भक्त हनुमान का दर्शन करेंगे. उन्होंने कहा कि अभी 1 वर्ष 7 महीने बीत गया हैं.



बाल हनुमान का हुआ भव्य स्वागत: महावीर मंदिर न्यास सचिव किशोर कुणाल ने कहा कि ऐसा मान्यता है कि किष्किंधा में हनुमान जी का जन्म स्थली है. राम जी की पहली मुलाकात हनुमान जी से किष्किंधा में ही हुई थी. उन्होंने कहा कि हमारे लिए सौभाग्य की बात है किष्किंधा के हनुमान जी पटना के हनुमान मंदिर में पधारे हैं. उनके भव्य स्वागत के लिए फूल की माला और लोगों के दर्शन के लिए व्यवस्था किया गया. रात्रि में बाल हनुमान की पूजा अर्चना होगी. रथ देखकर के काफी अच्छा अनुभव की प्राप्त हो रहा है. उन्होंने कहा कि धर्म कर्म का काम होता है तो उसमें महावीर मंदिर का पूरा सहयोग मिलता है.

पटना. भगवान हनुमान का नाम लेते ही किष्किंधा की तस्वीर लोगों के जेहन में उतर जाती है. क्योंकि रामायण में भी किष्किंधा का चर्चा है. और ऐसे में किष्किंधा के हनुमान के इसी रूप का दर्शन पटना में हो जाये, तो फिर क्या ही कहना. जी हां, किष्किंधा के बाल हनुमान आज यानी मंगलवार को पटना के महावीर से मिलने आए हैं. इसके लिए कर्नाटक के किष्किंधा मंदिर (Kishkindha Temple Of Karnataka) से रथ यात्रा निकली गई थी, जो कई राज्यों से होते हुए पटना महावीर मंदिर पहुंची.

यह भी पढ़ें: पटना महावीर मंदिर में अब साल में 2 बार मनायी जाएगी हनुमान जयंती: आचार्य कुणाल किशोर

मंदिर में धूमधाम से हुई पूजा-अर्चना: पटना महावीर मंदिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि कर्नाटक के विजय नगर साम्राज्य के हंपी स्थित किष्किंधा से रथ यात्रा निकली थी, जो अयोध्या, गोरखपुर होते हुए आज लगभग 10 बजे पटना महावीर मंदिर पहुंची है. यहां पहुंचने के बाद मूर्तियां महावीर मंदिर में रखी गई है. शाम को श्रद्धालुओं ने मूर्तियों के साथ पूजा-अर्चना की. इस रथ में हनुमान जी की माता अंजना, राम दरबार और शिवजी की उत्सव प्रतिमा के साथ कई मूर्तियां भी शामिल है.

महावीर मंदिर से जनकपुर जाएगी यात्रा: पटना महावीर मंदिर में पूजा अर्चना के बाद यह रथ यात्रा जनकपुर जाएगी. बता दें कि किष्किंधा से चलकर महावीर मंदिर पहुंचने वाले रथ को खास तौर पर तैयार किया गया है. रथ का नेतृत्व हंपी के श्री हनुमद जन्म भूमि ट्रस्ट के स्वामी गोविंदानंद सरस्वती कर रहे हैं. इस रथ में रामजन्म भूमि अयोध्या से लाये गए राम की पादुका को भी रखा गया है. इसमें तीन गुपुरम और चार गर्भगृह भी स्थित हैं. इस रथ में बाल हनुमान के साथ राम, लक्ष्मण, सीता सहित कई प्रतिमाएं रखी गई हैं.

12 वर्षों तक जारी रहेगा रथ यात्रा: इस रथ की सबसे खास बात यह है कि इसमें भगवान हनुमान के इतिहास को दिखाने का प्रयास किया गया है. किष्किंदा के दयानंद सरस्वती की भारत से बातचीत के दौरान बताया था जिस तरह से अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण चल रहा है. उसी तरह राम भक्त हनुमान के लिए किष्किंधा में भव्य मंदिर का निर्माण कराया जा रहा है .और इस रथ के माध्यम से देश के तमाम लोगों को किष्किंधा के बाल गोपाल का दर्शन कराया जा रहा है. 12 वर्षों तक देश के विभिन्न धार्मिक स्थल से लेकर के मोहल्ले तक पहुंचेगी और लोग राम भक्त हनुमान का दर्शन करेंगे. उन्होंने कहा कि अभी 1 वर्ष 7 महीने बीत गया हैं.



बाल हनुमान का हुआ भव्य स्वागत: महावीर मंदिर न्यास सचिव किशोर कुणाल ने कहा कि ऐसा मान्यता है कि किष्किंधा में हनुमान जी का जन्म स्थली है. राम जी की पहली मुलाकात हनुमान जी से किष्किंधा में ही हुई थी. उन्होंने कहा कि हमारे लिए सौभाग्य की बात है किष्किंधा के हनुमान जी पटना के हनुमान मंदिर में पधारे हैं. उनके भव्य स्वागत के लिए फूल की माला और लोगों के दर्शन के लिए व्यवस्था किया गया. रात्रि में बाल हनुमान की पूजा अर्चना होगी. रथ देखकर के काफी अच्छा अनुभव की प्राप्त हो रहा है. उन्होंने कहा कि धर्म कर्म का काम होता है तो उसमें महावीर मंदिर का पूरा सहयोग मिलता है.

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