नई दिल्ली/पटना: लॉकडाउन के पांचवे चरण का ऐलान हो गया है. इसकी अवधि 1 जून से 30 जून तक है. तीन चरणों में देश को अनलॉक किया जाएगा. इसको लेकर कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता रंजीता रंजन ने सरकार पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने यह भी जल्दबाजी में आकर फैसला लिया है.
रंजीता रंजन ने कहा कि दुकानदार, व्यापारी सब परेशान हैं. कितने मजदूरों की ट्रेन से जाते वक्त मौत हो गई. कितनों की पैदल चलते वक्त मौत हो गई. उन्होंने कहा कि विदेश से आने वाले लोगों ने कोरोना लाया है. देश में 20 इंटरनेशनल एयरपोर्ट हैं, अगर उसे सील किया जाता तो लॉकडाउन की जरूरत ही नहीं पड़ती.
केंद्र सरकार के पैकेज पर विपक्ष का आरोप
कांग्रेस प्रवक्ता रंजीता रंजन ने कहा की केंद्र सरकार ने 20 लाख करोड़ के पैकेज की घोषणा की है, जो सिर्फ दिखाने के लिए है. उन्होंने कहा कि यह झुनझुने की तरह है. जितने भी गैर बीजेपी शासित राज्य हैं. कोरोना संकट में केंद्र सरकार उनकी अनदेखी कर रही है. रंजिता रंजन ने यह भी कहा कि कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी बार-बार केंद्र सरकार को कह रहे थे कि कोरोना से स्थिति भयावह हो सकती है. आर्थिक स्थिति खराब हो सकती है. लेकिन सरकार ने उनकी बातों को सीरियस नहीं लिया. अब स्थिति सब के सामने है. उन्होंने ये भी कहा कि प्रवासी मजदूर अपना पैसा लगाकर ट्रेनों से जा रहे हैं. जबकि कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा था कि कांग्रेस पैसा देने को तैयार है. हम लोगों के पैसों से मजदूरों को उनके घर भेजा जाए. लेकिन सरकार ने बात नहीं मानी.
'कोरोना काल में BJP ने एमपी में की राजनीति'
रंजीता रंजन ने कहा कि लाखों लोगों को अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनंल्ड ट्रंप का स्वागत करने के लिए गुजरात ले जाया गया. आज कोरोना वायरस से गुजरात की क्या हालत है, ये जगजाहिर है. उन्होंने कहा कि कोरोना संकट में बीजेपी मध्य प्रदेश में सरकार गिराने में व्यस्त थी. कोरोना पर राजनीति पीएम मोदी और बीजेपी कर रही है. रंजीता रंजन ने कहा कि धीरे-धीरे आर्थिक गतिविधियों को खोला जा रहा है. यह निर्णय ठीक है, देर आए दुरुस्त आये. वहीं, उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि गरीब,मजदूरों और किसानों के बैंक खाते में 10,000 रुपया केंद्र सरकार को तुरंत देना चाहिए.
कांग्रेस का बिहार सरकार पर हमला
कांग्रेस नेता रंजीता रंजन ने बिहार सरकार को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से लड़ने में बिहार सरकार विफल हो रही है. नीतीश सरकार ने बिहार वासियों को कोरोना संकट में भगवान भरोसे छोड़ दिया है. जबकि क्वॉरेंटाइन सेंटर में किसी तरह की सुविधा नहीं दी जा रही है. रंजीता रंजन ने कहा कि क्वॉरेंटाइन सेंटर में लोग अपने मन मुताबिक काम कर रहे हैं. जिसे मन करता है, वह आते हैं और चले जाते हैं. इस वायरस से लड़ने के लिए बिहार सरकार के पास पर्याप्त संसाधन नहीं है.