नई दिल्ली/पटना: पूर्व केंद्रीय मंत्री और बिहार से बीजेपी सांसद रामकृपाल यादव ने बुधवार को आरजेडी में टूट के संबंध में ईटीवी भारत से एक्सलूसिव बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि रघुवंश प्रसाद सिंह देश के बड़े नेता हैं. मैं उनको सुझाव दूंगा कि वह जल्द से जल्द आरजेडी छोड़ दें, क्योंकि आरजेडी अब तानाशाही हाथों में है. जिस कारण आरजेडी में रघुवंश बाबू के योगदानों की अनदेखी की जा रही है.
रामकृपाल यादव ने कहा कि रघुवंश प्रसाद सिंह ने आरजेडी को खड़ा करने का काम किया है. मुश्किल वक्त में वो राजद और लालू जी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहे हैं. वहीं आरजेडी में अब सभी नेताओं की अनदेखी की जाती है. वहां कोई भी सम्मानित व्यक्ति सांस नहीं ले सकता है. उन्होंने कहा कि मैं खुद आरजेडी में रहा हूं. इसलिए मुझे अच्छे से पता है कि राजद में नेताओं की इज्जत नहीं की जाती है.
रघुवंश प्रसाद सिंह आरजेडी से नाराज
बता दें कि पूर्व सांसद रमा सिंह की आरजेडी में एंट्री से पूर्व केंद्रीय मंत्री और राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह नाराज चल रहे हैं. वहीं रमा सिंह रघुवंश प्रसाद सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ते रहे हैं, साथ ही उनके बड़े विरोधी माने जाते हैं. रामा सिंह ने कह दिया है कि वो 29 अगस्त को आरजेडी ज्वॉइन कर रहे हैं. साथ ही उन्होंने रघुवंश प्रसाद पर हमला बोलते हुए कहा कि आरजेडी में उनका कोई योगदान नहीं है. रघुवंश ने राजद को हमेशा नुकसान पहुंचाया है.
रघुवंश सिंह के जेडीयू में शामिल होने की अटकलें
गौरतलब है कि राघोपुर विधानसभा क्षेत्र में रमा सिंह का अच्छा-खासा प्रभाव है, इसलिए उनकों आरजेडी में शामिल कराया जा रहा है. वहीं तेजस्वी यादव खुद राघोपुर से विधायक हैं. इसी बात से नाराज होकर जल्द ही रघुवंश सिंह के जेडीयू में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई है.