रोहतास: दिवंगत फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या के बारे में अभी तक कोई खास जानकारी सामने नही आ सकी है. सुशांत की मौत आखिर कैसे हुई. इसकी जांच के लिए अब प्रदेश के कई राजनेता भी खुलकर सामने आने लगे हैं. इसी क्रम में नोखा के पूर्व विधायक और भाजपा नेता रामेश्वर प्रसाद चौरसिया ने सुशांत की आत्महत्या की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है.
आत्महत्या पर रामेश्वर चौरसिया ने उठाए सवाल
पूर्व विधायक रामेश्वर चौरसिया ने सुशांत की आत्महत्या पर कई सारे सवाल उठाए है. उन्होंने कहा कि यह आत्महत्या नहीं है. एक सोची-समझी साजिश के तहत सुशांत की हत्या की गई है. उनके शरीर पर जितने भी निशान पाए गए हैं, उनमें आत्महत्या वाला कोई भी निशान नहीं है. सुशांत की डेड बॉडी पर जितने भी निशान मिले, वे हत्या की ओर इशारा करते हैं.
'गुनहगारों को बचा रही मुंबई पुलिस'
भाजपा नेता ने कहा कि मुंबई पुलिस इस कांड पर पर्दा डालने की कोशिश कर रही है. पुलिस गुनहगारों को बचाने का काम कर रही है. इस हत्या के पीछे फिल्म जगत के नामी-गिरामी कलाकार और फिल्म प्रोडक्शन से जुड़े लोगों के हाथ होने की प्रबल संभावना है.
उन्होंने कहा कि मुंबई फिल्म नगरी में कुछ खास लोगों और कुछ खास फिल्म प्रोडक्शन कंपनियों का दबदबा बना हुआ है. वे नहीं चाहते कि उनके अलावा अन्य कोई अन्य इस इंडस्ट्री में बढ़त हासिल कर सके. उसी का रिजल्ट है कि हमने अपने बिहार के उभरते हुए कलाकार को खो दिया है.
'डिप्रेशन कहकर छुपाई जा रही हत्या'
रामेश्वर चौरसिया ने कहा कि सुशांत को डिप्रेशन की बीमारी की बात कहकर हत्या को आत्महत्या बताया जा रहा है. जो कि वास्तविकता से पड़े हैं. उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मांग करते हुए कहा कि वे महाराष्ट्र सरकार से सुशांत की मौत की सीबीआई जांच कराने को कहें.
उन्होंने कहा कि बिहार के कई कलाकार मुंबई में आज सुपरस्टार के नाम से जाने जाते हैं. इस हत्या को लेकर उनको भी मिलकर सीबीआई जांच की मांग उठानी चाहिए और दोषियों को सजा दिलाने में आगे आना चाहिए.