ETV Bharat / state

11 या 12 अगस्त को है रक्षाबंधन, कंफ्यूजन करें दूर, इस मुहूर्त को बांधे राखी

Raksha Bandhan की सही तारीख को लेकर लोग असमजंस में हैं. राखी 11 अगस्त को है या 12 अगस्त को इस बात को लेकर कन्फ्यूजन बना हुआ है. राखी के पर्व की सही तिथि और शुभ मुहूर्त क्या है जानें..

Raksha bandhan 2022 date
Raksha bandhan 2022 date
author img

By

Published : Aug 10, 2022, 8:02 PM IST

Updated : Aug 11, 2022, 12:48 PM IST

पटना: इस बार रक्षाबंधन के त्योहार को लेकर काफी संशय की स्थिति बनी हुई है. रक्षाबंधन के त्योहार पर इस बार भद्रा (bhadra timing) का साया है. ऐसे में रक्षाबंधन इस साल 11 अगस्त को मनाया जाए या 12 को इसको लेकर ज्योतिषाचार्यों की अलग-अलग राय है, लेकिन सभी का कहना है कि 11 अगस्त को रात में ही राखी का त्योहार (Raksha Bandhan 2022) मनाया जाए तो बेहतर है. इसे लेकर आचार्य रामा शंकर दुबे का भी कहना है कि 11 अगस्त को भद्रा होने की वजह से रक्षाबंधन का सही समय नहीं है.

पढ़ें- रक्षाबंधन के मौके पर बढ़ी सोने और चांदी की राखियों की डिमांड, जानिए क्या है कीमत

कब है रक्षाबंधन यहां जानें

राखी का शुभ मुहुर्त: रक्षाबंधन को लेकर आचार्य रामा शंकर दुबे ने कहा कि रक्षाबंधन का श्रेष्ठ दिन 12 अगस्त (Raksha Bandhan 2022 Date ) है. उन्होंने कहा कि लोगों में यह दुविधा अलग-अलग पंचाग की वजह से उत्पन्न हुई है. 11 अगस्त को सुबह 7 बजे से 10:49 तक राखी बांधने का शुभ मुहूर्त बन रहा है, लेकिन सूर्योदय में पूर्णिमा नहीं आ रही है. बाद में भद्रा लग जा रहा है जोकि सुबह 10:50 से लेकर रात्रि 08:51 बजे तक है.

11 को भद्रा, रात को राखी बांधने का शुभ मुहूर्त: शास्त्रों के अनुसार रक्षाबंधन सूर्यास्त व भद्रा में नहीं बांधा जाता है.आचार्य ने कहा कि पंचांग के अनुसार सावन मास की पूर्णिमा तिथि 11 अगस्त को सुबह 10 बजकर 35 मिनट से शुरू (Raksha Bandhan 2022 Shubh Muhurat ) हो रही है, जो कि 12 अगस्त को सुबह 7 बजकर 05 मिनट तक रहेगी. पूर्णिमा तिथि दोनों दिन होने का कारण लोग असमंजस की स्थिति में हैं कि रक्षा बंधन 11 अगस्त को मनाया जाए या 12 अगस्त को. इस संबंध में आचार्य ने स्पष्ट रूप से कहा कि 11 अगस्त को भद्रा का साया होने के कारण 12 अगस्त को राखी बांधना शुभ होगा.

"रक्षाबंधन को लेकर असमंजस की स्थिति का कारण दो दिन पूर्णिमा का होना है. 12 अगस्त को सुबह पूर्णिमा समाप्त हो रही है. 11 को भद्रा होने के कारण अशुभ है. साढ़े आठ बजे रात तक भद्रा है. वहीं 12 अगस्त को उदया तिथि के अनुसार दिन भर राखी बांधी जा सकती है."- रामाशंकर दुबे, आचार्य

सूर्यास्त के बाद राखी बांधना उचित नहीं: 11 अगस्त को भद्रा काल सुबह से लेकर रात 8 बजकर 55 मिनट तक है. हिंदू मान्यताओं के मुताबिक रक्षा बंधन जैसे शुभ कार्य सूर्यास्त के बाद नहीं किए जाते हैं. ऐसे में 11 अगस्त को रात्रि में राखी बांधना उचित नही है. इस दिन बहन ना तो भद्राकाल में भाई को राखी बांध सकती हैं और ना ही रात के वक्त, इसलिए 12 अगस्त को ही रखी बांधना शुभ है.

बहनें इस समय पर भाई को बांधे राखी: हालांकि इस दिन सुबह 7 बजकर 5 मिनट तक ही पूर्णिमा तिथि है इसलिए सुबह 07:05 बजे से पहले ही राखी बांधना अति उत्तम है. अलादीन उदया तिथि को लेकर के लोग दिनभर भी रक्षाबंधन त्यौहार मना सकते हैं. आचार्य ने बताया कि रक्षा बंधन के दिन बहन भाई की कलाई पर जब राखी बांधे तब पूरब दिशा की ओर मुंह करके बैठना चाहिए. साथ ही राखी बांधने के क्रम में बहन का मुख पश्चिम दिशा की ओर होना चाहिए.

इस विधि का करें पालन: राखी की थाली में अक्षत, चंदन, रोली, घी का दीया रखें. सबसे पहले भाई के मस्तक पर रोली और अक्षत का टीका लगाएं. फिर भाई की कलाई पर राखी बांधे. उन्होंने कहा कि रक्षाबंधन के समय येन बद्धो बली राजा दानवेन्द्रो महाबल:,तेन त्वामनुबध्नामि रक्षे मा चल मा चल मंत्र का जाप अवश्य करना चाहिए.

पटना: इस बार रक्षाबंधन के त्योहार को लेकर काफी संशय की स्थिति बनी हुई है. रक्षाबंधन के त्योहार पर इस बार भद्रा (bhadra timing) का साया है. ऐसे में रक्षाबंधन इस साल 11 अगस्त को मनाया जाए या 12 को इसको लेकर ज्योतिषाचार्यों की अलग-अलग राय है, लेकिन सभी का कहना है कि 11 अगस्त को रात में ही राखी का त्योहार (Raksha Bandhan 2022) मनाया जाए तो बेहतर है. इसे लेकर आचार्य रामा शंकर दुबे का भी कहना है कि 11 अगस्त को भद्रा होने की वजह से रक्षाबंधन का सही समय नहीं है.

पढ़ें- रक्षाबंधन के मौके पर बढ़ी सोने और चांदी की राखियों की डिमांड, जानिए क्या है कीमत

कब है रक्षाबंधन यहां जानें

राखी का शुभ मुहुर्त: रक्षाबंधन को लेकर आचार्य रामा शंकर दुबे ने कहा कि रक्षाबंधन का श्रेष्ठ दिन 12 अगस्त (Raksha Bandhan 2022 Date ) है. उन्होंने कहा कि लोगों में यह दुविधा अलग-अलग पंचाग की वजह से उत्पन्न हुई है. 11 अगस्त को सुबह 7 बजे से 10:49 तक राखी बांधने का शुभ मुहूर्त बन रहा है, लेकिन सूर्योदय में पूर्णिमा नहीं आ रही है. बाद में भद्रा लग जा रहा है जोकि सुबह 10:50 से लेकर रात्रि 08:51 बजे तक है.

11 को भद्रा, रात को राखी बांधने का शुभ मुहूर्त: शास्त्रों के अनुसार रक्षाबंधन सूर्यास्त व भद्रा में नहीं बांधा जाता है.आचार्य ने कहा कि पंचांग के अनुसार सावन मास की पूर्णिमा तिथि 11 अगस्त को सुबह 10 बजकर 35 मिनट से शुरू (Raksha Bandhan 2022 Shubh Muhurat ) हो रही है, जो कि 12 अगस्त को सुबह 7 बजकर 05 मिनट तक रहेगी. पूर्णिमा तिथि दोनों दिन होने का कारण लोग असमंजस की स्थिति में हैं कि रक्षा बंधन 11 अगस्त को मनाया जाए या 12 अगस्त को. इस संबंध में आचार्य ने स्पष्ट रूप से कहा कि 11 अगस्त को भद्रा का साया होने के कारण 12 अगस्त को राखी बांधना शुभ होगा.

"रक्षाबंधन को लेकर असमंजस की स्थिति का कारण दो दिन पूर्णिमा का होना है. 12 अगस्त को सुबह पूर्णिमा समाप्त हो रही है. 11 को भद्रा होने के कारण अशुभ है. साढ़े आठ बजे रात तक भद्रा है. वहीं 12 अगस्त को उदया तिथि के अनुसार दिन भर राखी बांधी जा सकती है."- रामाशंकर दुबे, आचार्य

सूर्यास्त के बाद राखी बांधना उचित नहीं: 11 अगस्त को भद्रा काल सुबह से लेकर रात 8 बजकर 55 मिनट तक है. हिंदू मान्यताओं के मुताबिक रक्षा बंधन जैसे शुभ कार्य सूर्यास्त के बाद नहीं किए जाते हैं. ऐसे में 11 अगस्त को रात्रि में राखी बांधना उचित नही है. इस दिन बहन ना तो भद्राकाल में भाई को राखी बांध सकती हैं और ना ही रात के वक्त, इसलिए 12 अगस्त को ही रखी बांधना शुभ है.

बहनें इस समय पर भाई को बांधे राखी: हालांकि इस दिन सुबह 7 बजकर 5 मिनट तक ही पूर्णिमा तिथि है इसलिए सुबह 07:05 बजे से पहले ही राखी बांधना अति उत्तम है. अलादीन उदया तिथि को लेकर के लोग दिनभर भी रक्षाबंधन त्यौहार मना सकते हैं. आचार्य ने बताया कि रक्षा बंधन के दिन बहन भाई की कलाई पर जब राखी बांधे तब पूरब दिशा की ओर मुंह करके बैठना चाहिए. साथ ही राखी बांधने के क्रम में बहन का मुख पश्चिम दिशा की ओर होना चाहिए.

इस विधि का करें पालन: राखी की थाली में अक्षत, चंदन, रोली, घी का दीया रखें. सबसे पहले भाई के मस्तक पर रोली और अक्षत का टीका लगाएं. फिर भाई की कलाई पर राखी बांधे. उन्होंने कहा कि रक्षाबंधन के समय येन बद्धो बली राजा दानवेन्द्रो महाबल:,तेन त्वामनुबध्नामि रक्षे मा चल मा चल मंत्र का जाप अवश्य करना चाहिए.

Last Updated : Aug 11, 2022, 12:48 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.