पटना : पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि श्रीरामचरित मानस की निंदा करने वाले शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर का बचाव करने वाले राजद में यदि हिम्मत है तो वह कुरान की विवादास्पद आयतों और मुस्लिम समाज में प्रचलित बहु-विवाह, तीन तलाक, निकाह, हलाला, हिजाब और 15 साल की रजस्वला नाबालिक बेटियों के विवाह को जायज ठहराने जैसे मुद्दों पर टिप्पणी करें.
ये भी पढ़ें- Ramcharitmanas Controversy: जदयू के दबाव के आगे नहीं झुकी राजद , महा संकट में महागठबंधन
बीजेपी ने नुपूर शर्मा को हटाया क्या चंद्रशेखर पर कार्रवाई होगी? : सुशील मोदी ने कहा कि राजद बताये कि वह सभी भारतीय नागरिकों के लिए समान नागरिक संहिता के विरुद्ध क्यों है? जबकि बाबा साहब रचित संविधान में इस संहिता को लागू करने का मंतव्य दिया गया है?
तेजस्वी संविधान को मानते हैं तो पर्सनल लॉ बोर्ड के साथ क्यों खड़े? : उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट सभी धर्मों की लड़कियों के लिए विवाह की वैधानिक आयु समान रखने के पक्ष में है, लेकिन लालू प्रसाद की पार्टी नाबालिग मुस्लिम लड़कियों की शादी के मामले में मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की दकियानूसी राय के साथ क्यों खड़ी है?
मध्यकालीन कुरीतियों के खिलाफ राजद चुप क्यों? : सुशील मोदी ने कहा कि फौरी तीन तलाक को अवैध घोषित करने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर राजद ने चुप्पी क्यों साध ली? राजद वोट बैंक के लिए तीन तलाक का समर्थन करता है और इसी मंशा से मुस्लिम महिलाओं के लैंगिक समानता के अधिकार का विरोध करता है. सुशील मोदी ने आगे कहा कि राजद मुस्लिम समाज की भावनाओं के आगे घुटने टेक कर उनकी मध्यकालीन कुरीतिओं तक का विरोध नहीं करता, जबकि राम मंदिर और हिंदू धर्मग्रंथ के विरुद्ध जहर उगलने वाले जगदानंद और चंद्रशेखर का बचाव करता है.
''जब भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा की टिप्पणी से एक समुदाय की भावनाएँ आहत हुईं, तब पार्टी ने तुरंत उनके खिलाफ कार्रवाई की थी. अब तेजस्वी यादव बतायें कि मानस-निंदक चंद्रशेखर के विरुद्ध कार्रवाई क्यों नहीं की गई? क्या राजद के लिए बहुसंखयक हिंदुओं की भावनाओं का कोई मोल नहीं है? यह अहंकार पार्टी पर भारी पड़ेगा.'' सुशील मोदी, राज्यसभा सांसद, बीजेपी