पटना: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी (Rajya Sabha MP Sushil Kumar Modi) ने सोमवार को बयान जारी कर कहा कि बिहार को केन्द्रीय कर से हिस्सेदारी के रूप में अब तक की सर्वाधिक राशि मिली (Bihar got highest sharing in central tax) है. यह कोरोना काल के बाद अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत हैं. उन्होंने कहा कि बिहार को वित्तीय वर्ष 2020-21 में जहां 59 हजार 861 करोड़ प्राप्त हुआ था, वहीं वित्तीय वर्ष 2021-22 में 91 हजार 352 करोड़ मिले हैं.
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31,491 करोड़ रुपये अधिक मिला: उन्होंने कहा कि बिहार को 2020-21 से 34 प्रतिशत ज्यादा राशि यानि 31,491 करोड़ रुपये ज्यादा प्राप्त हुए है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को आय कर, कॉरपोरेट कर, एक्साइज, कस्टम्स ड्यूटी, जीएसटी से प्राप्त टैक्स वित्त आयोग की अनुशंसा पर राज्यों को डीवोल्युसन (Devolution) के रूप में प्राप्त होता है. इस राशि को राज्य सरकार किसी भी कार्य पर व्यय कर सकती है. 15वें वित्त आयोग ने केन्द्रीय करों में राज्यों को 41 प्रतिशत और उसमें बिहार को 10 प्रतिशत की हिस्सेदारी निर्धारित की है.
कोरोना के लिए 2348 करोड़: उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन एवं कोविड से मुकाबला के लिए बिहार को 2348.96 करोड़ प्राप्त हुए हैं. इसके अतिरिक्त पंचायत एवं नगर निकायों के माध्यम से स्वास्थ्य संरचनाओं के लिए अतिरिक्त 1116.31 करोड़ की राशि प्राप्त हुई है. पंचायती राज संस्थाओं को 3709 करोड़ रुपये अनुदान के रूप में प्राप्त हुआ है, लेकिन शहरी निकायों के लिए 1827 करोड़ के विरुद्ध 836.25 करोड़ ही प्राप्त हो सका है.
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय आपदा राहत कोष से बिहार को 2021-21 में 1038.96 करोड़ की सहायता मिली है. वहीं आयोग की अनुशंसा के रूप में राज्य आपदा राहत कोष में केंद्र की हिस्सेदारी के रूप में 1416 करोड़ प्राप्त हुए हैं.
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