नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव 2020 को लेकर महागठबंधन और एनडीए में सीटों के बंटवारे का पेंच फंसा हुआ है. हालांकि महागठबंधन के घटक दल कांग्रेस ने कहा कि बुधवार को सीटों का बंटवारा हो जाएगा. महागठबंधन में कांग्रेस को सम्मानजन सीटें मिलेगी, इसलिए अकेले चुनाव लड़ने का सवाल ही नहीं उठता है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री और बिहार से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद अखिलेश सिंह ने दावा किया है कि महागठबंधन में कांग्रेस को 70 सीटें मिलेगी. उन्होंने बताया कि कांग्रेस, आरजेडी, वीआईपी, सीपीआई, सीपीएम और सीपीआईएमएल महागठबंधन में रहेगी. कुछ लोग महागठबंधन छोड़ कर गए हैं, लेकिन इससे महागठबंधन की सेहत पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा. सीट शेयरिंग और चुनाव से संबंधित मुद्दों पर साकारात्मक माहौल में बातचीत चल रही है.
महागठबंध में सबकुछ ठीक होने का दावा
बता दें कांग्रेस नेता अखिलेश सिंह तो दावा कर रहे हैं कि महागठबंधन में सब कुछ ठीक है. कांग्रेस 70 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है, लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आरजेडी 58 सीटों से ज्यादा देने को तैयार नहीं है. इस पर कांग्रेस तैयार नहीं है.
हम और रालोसपा ने छोड़ा महागठबंधन
इसके आलावा बता दें कि हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व सीएम जीतन राम मांझी महागठबंधन छोड़ कर एनडीए में शामिल हो गए हैं. वहीं, रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा भी महागठबंधन छोड़ चुके हैं. ये लोग तेजस्वी यादव को महागठबंधन का सीएम कैंडिडेट मानने के लिए तैयार नहीं थे और ज्यादा सीटों की मांग कर रहे थे. इसी वजह से आरजेडी ने उनकी बातें नहीं मानी. वहीं, कांग्रेस के स्क्रीनिंग कमिटी के चेयरमैन अविनाश पांडे ने कह दिया था कि आरजेडी से सम्मानजनक सीटों पर समझौता नहीं हुआ तो कांग्रेस सभी 243 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी, लेकिन अखिलेश सिंह ने कहा कि ऐसी कोई नौबत नहीं आएगी.