पटना : पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने बिहार शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव शिक्षा मंत्री को बर्खास्त करने की जगह उन्हें बचा रहे हैं. ऐसे में उन्होंने पूछा कि क्या चंद्रशेखर बिहार के युवाओं को बिना मैट्रिक पास किए, माता पिता की सत्ता का दुरुपयोग करना सिखाएंगे जो 22 साल की उम्र में अरबों रुपए की 53 संपत्ति का मालिक बन गए हों?
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'' बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर क्या तेजस्वी यादव की तरह नॉन-मैटिक छात्र और माता-पिता की सत्ता का दुरुपयोग कर 22 साल की उम्र में अरबों रुपये की 53 सम्पत्ति का मालिक बनने की नसीहत दे रहे हैं? श्रीराम का नायकत्व स्थापित करने वाले धर्मग्रंथ मानस की निंदा कर बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर अब अपने ट्वीट से तेजस्वी यादव को समाज का नायक बनाना चाहते हैं.''- सुशील कुमार मोदी, पूर्व उप मुख्यमंत्री, बिहार
महागठबंधन में दरार शिखर तक चौड़ी: राज्यसभा के सांसद सुशील मोदी ने कहा कि हिंदू भावनाओं का अपमान करने के कारण जिस मंत्री को पार्टी से निष्कासित और मंत्री-पद से बर्खास्त करना चाहिए था, उसे अपनी प्रशंसा पर मुग्ध तेजस्वी यादव बचाव कर रहे हैं. मोदी ने कहा कि जब नीतीश कुमार मानस-निंदक शिक्षा मंत्री से बयान वापस लेने का आग्रह करने की बात कह रहे हैं, उनके डिप्टी सीएम उसी मंत्री का बचाव कर रहे हैं, तब जाहिर है कि महागठबंधन में दरार अब शिखर तक चौड़ी हो गई है.
शिक्षा मंत्री बनने के योग्य नहीं हैं: बता दें कि सुशील मोदी ने कहा था कि प्रो.चंद्रशेखर ने साबित कर दिया कि वह शिक्षा मंत्री बनने के योग्य नहीं हैं. उन्हें इस पद पर बैठाने वाले नीतीश कुमार को सही व्यक्तियों की परख नहीं है. ऐसे शिक्षा मंत्री को तत्काल बर्खास्त किया जाना चाहिए. जो मंत्री रामचरितमानस को जातिगत भेदभाव वाला ग्रंथ बताते हो, उसकी पीएचडी की उपाधि भी संदेहास्पद लगती है.