पटना: बिहार के कई जिलों में तेज हवा के साथ बारिश और वज्रपात का अलर्ट जारी (Rain and Lightning Alert Issued) किया गया है. दरअसल, बिहार के दो हिस्सों में दो तरह का मौसम है. गया, बक्सर, नवादा, जमुई, औरंगाबाद और नवादा में पारा 40 डिग्री के आसपास रह रहा है, जबकि जबकि पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, किशनगंज, अररिया, सीतामढ़ी, सुपौल और मधुबनी में बूंदाबांदी की स्थिति है. वहीं, पश्चिम चंपारण, किशनगंज और अररिया में 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार की हवा के साथ बारिश और वज्रपात हो सकती है.
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बारिश और वज्रपात का अलर्ट जारी: अररिया, किशनगंज, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण और गोपालगंज जिले के कुछ भागों में अगले 2-3 घंटे में हल्के से मध्यम दर्जे की मेघ गर्जन के साथ हल्के से मध्यम दर्जे की वर्षा होने की संभावना (Chance of rain in Bihar) है. इन जिलों के कुछ स्थानों पर तेज हवा (हवा की गति 30-40 KMPH या ज्यादा) और वज्रपात की संभावना (Lightning in Bihar) है.
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मौसम विभाग की लोगों से अपील: मौसम विज्ञान केंद्र पटना (Meteorological Center Patna) ने इस मौसम को देखते हुए लोगों से सतर्कता और सावधानी बरतने की अपील की है. साथ ही कहा कि अगर खुले में हों तो यथाशीघ्र किसी पक्के मकान की शरण लें. ऊंचे पेड़ पर बिजली के खंभों से दूर रहें.
- ब्लू अलर्ट (Blue Alert) : जिन इलाकों में बारिश की संभावना होती है उसके लिए मौसम विभाग ब्लू अलर्ट जारी करता है. इस दौरान जिले के कई इलाकों में गरज के साथ बारिश के आसार की चेतावनी होती है.
- येलो अलर्ट (Yellow Alert) : भारी बारिश, तूफान, बाढ़ या ऐसी प्राकृतिक आपदा से पहले लोगों को सचेत करने के लिए मौसम विभाग येलो अलर्ट जारी करता है. इस चेतावनी का मतलब है कि 7.5 से 15 मिमी की भारी बारिश होने की संभावना है. अलर्ट जारी होने के कुछ घंटों तक बारिश जारी रहने की संभावना रहती है. बाढ़ आने की आशंका भी रहती है.
- ऑरेंज अलर्ट (Orange Alert) : चक्रवात के कारण मौसम के बहुत अधिक खराब होने की आशंका होती है जो कि सड़क और वायु परिवहन को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ जान और माल की क्षति भी कर सकता है. ऐसे में ऑरेंज अलर्ट जारी किया जाता है. जैसे-जैसे मौसम और खराब होता है, येलो अलर्ट को अपडेट करके ऑरेंज कर दिया जाता है. ऑरेंज अलर्ट में लोगों को घरों में रहने की सलाह दी जाती है.
- रेड अलर्ट (Red Alert) : जब मौसम खतरनाक स्तर पर पहुंच जाता है और भारी नुकसान होने का खतरा रहता है तो रेड अलर्ट जारी किया जाता है. जब भी कोई चक्रवात अधिक तीव्रता के साथ आता है तो मौसम विभाग की ओर से तूफान की रेंज में पड़ने वाले इलाकों के लिए रेड अलर्ट जारी किया जाता है. ऐसे में प्रशासन से जरूरी कदम उठाने के लिए कहा जाता है.
- ग्रीन अलर्ट (Green Alert) : कई बार विभाग मौसमी बदलावों की संभावना पर ग्रीन अलर्ट की घोषणा करता है. हालांकि, बारिश तो होगी लेकिन वह सामान्य स्थिति रहेगी. यानी संबंधित जगह पर कोई खतरा नहीं है.
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