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पटना: रेलवे निजीकरण के विरोध में कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन, काला बिल्ला लगाकर काम करने का फैसला

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Published : Jun 29, 2019, 11:40 PM IST

पटना जंक्शन पर रेलवे कर्मचारियों ने रेलवे के निजीकरण के विरोध में प्रदर्शन किया. ईस्ट सेंट्रल इंडियन कर्मचारी यूनियन के बैनर तले प्रदर्शन किया गया.

railway worker protest

पटना: रेलवे यूनियन की मान्यता के लिए पटना जंक्शन में हो रही मीटिंग के बाद रेलवे कर्मचारियों ने जमकर नारेबाजी की. कर्मचारियों ने रेलवे में निजीकरण को लेकर ईस्ट सेंट्रल इंडियन कर्मचारी यूनियन के बैनर तले विरोध प्रदर्शन किया.

रेलवे कर्मचारियों का प्रदर्शन

दरअसल, रेलवे यूनियन की मान्यता के लिए अगस्त में चुनाव होना है. चुनाव की तारीखें भी तय हो गई हैं. 26 से 28 अगस्त के बीच चुनाव संपन्न होगा. इसे लेकर आज पटना जंक्शन के रेलवे यूनियन ऑफिस में ईस्ट सेंट्रल इंडियन कर्मचारी यूनियन से जुड़े रेलवे कर्मचारियों ने बैठक की. इस बैठक में यूनियन के जनरल सेक्रेटरी एसएनपी श्रीवास्तव समेत कई पदाधिकारी मौजूद रहे.

पटना जंक्शन पर रेलवे कर्मचारियों का हल्लाबोल
बैठक के बाद रेलवे कर्मचारियों ने ईस्ट सेंट्रल इंडियन कर्मचारी यूनियन के बैनर तले जंक्शन परिसर में नारेबाजी और प्रदर्शन किया. कर्मचारियों ने बताया कि यूनियन की मान्यता के लिए चुनाव का दिन निर्धारित हो चुका है. हम सभी उत्साहित हैं. लेकिन जोश भरने के लिए सभी शाखा में जाकर कर्मचारियों से मिलने का सिलसिला आज से शुरू होगा.

एकल यूनियन का दर्जा प्राप्त करने की तैयारी
कर्मचारियों ने कहा कि पिछले 2 टर्म से लगातार ईसीआईकेयू को एकल यूनियन का दर्जा प्राप्त हो रहा है और इस बार भी चुनाव में हमें एकल यूनियन का दर्जा प्राप्त हो इसकी कोशिश होगी. आपको बता दें कि रेलवे कर्मचारियों की यूनियन की मान्यता का चुनाव 6 साल में एक बार होता है. पिछला चुनाव साल 2013 में संपन्न हुआ था.

रेलवे प्रोग्राम में निजीकरण पर जोर
इस बार के बजट से जुड़ी उम्मीदों पर यूनियन से जुड़े रेलवे कर्मचारियों ने कहा कि मंत्रिमंडल गठन के बाद 100 दिन का प्रधानमंत्री ने टारगेट दिया है. उसमें रेलवे का भी प्रोग्राम निकला है, जिसमें निजीकरण पर ज्यादा जोर है.

रेलवे निजीकरण का हो रहा पुरजोर विरोध
कर्मचारियों ने कहा कि इसको लेकर यूनियन ने पूरे भारतवर्ष में आंदोलन शुरू कर दिया है और सेंट्रल रेलवे बोर्ड को अपना मेमोरेंडम दे दिया है. सीआरबी ने आश्वासन दिया है कि जो कुछ भी होगा यूनियन से सलाह लेकर होगा और अभी निजीकरण पर जोर नहीं रहेगा.

प्रमुख मुद्दा बना रेलवे प्राइवेटाइजेशन
ईस्ट सेंट्रल इंडियन कर्मचारी यूनियन के हाजीपुर जोन के जनरल सेक्रेट्री एसएनपी श्रीवास्तव ने कहा कि यूनियन रेलवे में निजीकरण का पुरजोर विरोध करती है और इस चुनाव में भी यह मुद्दा प्रमुख रहेगा.

काली पट्टी लगाकर होगा काम
उन्होंने बताया कि आज की बैठक में यह फैसला लिया गया है कि ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के आह्वान पर रेलवे में निजी करण के विरोध में 1 जुलाई से 7 जुलाई तक सभी रेलवे कर्मचारी काली पट्टी लगाकर काम करेंगे. साथ ही निजीकरण का पुरजोर विरोध करेंगे.

पटना: रेलवे यूनियन की मान्यता के लिए पटना जंक्शन में हो रही मीटिंग के बाद रेलवे कर्मचारियों ने जमकर नारेबाजी की. कर्मचारियों ने रेलवे में निजीकरण को लेकर ईस्ट सेंट्रल इंडियन कर्मचारी यूनियन के बैनर तले विरोध प्रदर्शन किया.

रेलवे कर्मचारियों का प्रदर्शन

दरअसल, रेलवे यूनियन की मान्यता के लिए अगस्त में चुनाव होना है. चुनाव की तारीखें भी तय हो गई हैं. 26 से 28 अगस्त के बीच चुनाव संपन्न होगा. इसे लेकर आज पटना जंक्शन के रेलवे यूनियन ऑफिस में ईस्ट सेंट्रल इंडियन कर्मचारी यूनियन से जुड़े रेलवे कर्मचारियों ने बैठक की. इस बैठक में यूनियन के जनरल सेक्रेटरी एसएनपी श्रीवास्तव समेत कई पदाधिकारी मौजूद रहे.

पटना जंक्शन पर रेलवे कर्मचारियों का हल्लाबोल
बैठक के बाद रेलवे कर्मचारियों ने ईस्ट सेंट्रल इंडियन कर्मचारी यूनियन के बैनर तले जंक्शन परिसर में नारेबाजी और प्रदर्शन किया. कर्मचारियों ने बताया कि यूनियन की मान्यता के लिए चुनाव का दिन निर्धारित हो चुका है. हम सभी उत्साहित हैं. लेकिन जोश भरने के लिए सभी शाखा में जाकर कर्मचारियों से मिलने का सिलसिला आज से शुरू होगा.

एकल यूनियन का दर्जा प्राप्त करने की तैयारी
कर्मचारियों ने कहा कि पिछले 2 टर्म से लगातार ईसीआईकेयू को एकल यूनियन का दर्जा प्राप्त हो रहा है और इस बार भी चुनाव में हमें एकल यूनियन का दर्जा प्राप्त हो इसकी कोशिश होगी. आपको बता दें कि रेलवे कर्मचारियों की यूनियन की मान्यता का चुनाव 6 साल में एक बार होता है. पिछला चुनाव साल 2013 में संपन्न हुआ था.

रेलवे प्रोग्राम में निजीकरण पर जोर
इस बार के बजट से जुड़ी उम्मीदों पर यूनियन से जुड़े रेलवे कर्मचारियों ने कहा कि मंत्रिमंडल गठन के बाद 100 दिन का प्रधानमंत्री ने टारगेट दिया है. उसमें रेलवे का भी प्रोग्राम निकला है, जिसमें निजीकरण पर ज्यादा जोर है.

रेलवे निजीकरण का हो रहा पुरजोर विरोध
कर्मचारियों ने कहा कि इसको लेकर यूनियन ने पूरे भारतवर्ष में आंदोलन शुरू कर दिया है और सेंट्रल रेलवे बोर्ड को अपना मेमोरेंडम दे दिया है. सीआरबी ने आश्वासन दिया है कि जो कुछ भी होगा यूनियन से सलाह लेकर होगा और अभी निजीकरण पर जोर नहीं रहेगा.

प्रमुख मुद्दा बना रेलवे प्राइवेटाइजेशन
ईस्ट सेंट्रल इंडियन कर्मचारी यूनियन के हाजीपुर जोन के जनरल सेक्रेट्री एसएनपी श्रीवास्तव ने कहा कि यूनियन रेलवे में निजीकरण का पुरजोर विरोध करती है और इस चुनाव में भी यह मुद्दा प्रमुख रहेगा.

काली पट्टी लगाकर होगा काम
उन्होंने बताया कि आज की बैठक में यह फैसला लिया गया है कि ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के आह्वान पर रेलवे में निजी करण के विरोध में 1 जुलाई से 7 जुलाई तक सभी रेलवे कर्मचारी काली पट्टी लगाकर काम करेंगे. साथ ही निजीकरण का पुरजोर विरोध करेंगे.

Intro:रेलवे यूनियन की मान्यता के लिए चुनाव अगस्त में होना है. चुनाव की तारीखें तय हो गई हैं. चुनाव 26 से 28 अगस्त के बीच संपन्न होगा. चुनाव को लेकर आज पटना जंक्शन के रेलवे यूनियन ऑफिस में ईस्ट सेंट्रल इंडियन कर्मचारी यूनियन से जुड़े रेलवे कर्मचारियों ने बैठक की. इस बैठक में यूनियन के जनरल सेक्रेटरी एसएनपी श्रीवास्तव समेत कई पदाधिकारी मौजूद रहे.


Body:बैठक के बाद रेलवे कर्मचारियों ने ईस्ट सेंट्रल इंडियन कर्मचारी यूनियन के बैनर तले जंक्शन परिसर में नारेबाजी की और प्रदर्शन किया. कर्मचारियों ने बताया कि यूनियन की मान्यता के लिए चुनाव का दिन निर्धारित हो चुका है. हम सभी उत्साहित हैं लेकिन और भी जोश भरने के लिए सभी शाखा में जाकर सभी कर्मचारियों से मिलने का सिलसिला आज से शुरू होगा. कर्मचारियों ने बताया कि पिछले 2 टर्म से लगातार ईसीआईकेयू को एकल यूनियन का दर्जा प्राप्त हो रहा है और इस बार भी चुनाव में हमे कल यूनियन का दर्जा प्राप्त करें इसकी कोशिश होगी. आपको बता दें कि रेलवे कर्मचारियों की यूनियन की मान्यता का चुनाव 6 साल में एक बार होता है. पिछला चुनाव साल 2013 में संपन्न हुआ था.

इस बार के बजट से जुड़ी उम्मीदों पर यूनियन से जुड़े रेलवे कर्मचारियों ने कहा कि मंत्रिमंडल गठन के बाद 100 दिन का प्रधानमंत्री ने टारगेट दिया है, उसमें रेलवे का भी प्रोग्राम निकला है जिसमें निजी करण पर ज्यादा जोर है. कर्मचारियों ने कहा कि इसको लेकर यूनियन ने पूरे भारतवर्ष में आंदोलन शुरू कर दिया है और सेंट्रल रेलवे बोर्ड को अपना मेमोरेंडम दे दिया है. कर्मचारियों ने कहा कि सीआरबी ने आश्वासन दिया है कि जो कुछ भी होगा यूनियन से सलाह लिया जाएगा और अभी निजी करण पर जोर नहीं रहेगा.


Conclusion:ईस्ट सेंट्रल इंडियन कर्मचारी यूनियन के हाजीपुर जोन के जनरल सेक्रेट्री एसएनपी श्रीवास्तव ने कहा कि यूनियन रेलवे में निजिकरण का पुरजोर विरोध करती है और इस चुनाव में भी यह मुद्दा प्रमुख रहेगा. उन्होंने बताया कि आज की बैठक में यह फैसला लिया गया है कि ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के आह्वान पर रेलवे में निजी करण के विरोध में 1 जुलाई से 7 जुलाई तक सभी रेलवे कर्मचारी काला पट्टी लगाकर काम करेंगे और निजी करण का पुरजोर विरोध करेंगे.
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