पटना: आम बजट में रेलवे में पीपीपी मोड को बढ़ावा देने यानी निजीकरण को बढ़ावा देने के मुद्दे पर रेल यात्रियों की मिली-जुली प्रतिक्रिया रही. कुछ यात्रियों ने कहा कि रेलवे को सरकार को अपने पास ही रखना चाहिए था. निजी क्षेत्रों में इसे दिए जाने के बाद निजी कंपनियों की मनमानी बढ़ेगी. वहीं कुछ यात्रियों ने कहा कि इससे यात्रियों के सुविधा में इजाफा होगा.
ट्रेन की लेट लतीफी पर ध्यान दे सरकार
इस बार के बजट में कोई नई ट्रेन की घोषणा नहीं किए जाने पर लोगों ने कहा कि यह जरूरी नहीं है कि हर बार नई ट्रेन की घोषणा की जाए. जो ट्रेन चल रही है उसी को सुचारू रूप से चलाने का प्रयास करना चाहिए. ट्रेन देर से ना चले इस बात पर सरकार को ध्यान देना चाहिए.
यात्री को मिलेगी बेहतर सुविधा
आम बजट में रेलवे के निजीकरण को बढ़ावा दिए जाने के मुद्दे पर यात्रियों ने कहा कि सरकार ने यह फैसला लिया है तो कुछ सोच समझ कर ही लिया होगा. इससे यात्री के सुविधाओं में बढ़ोतरी होगी. निजी क्षेत्रों को दिए जाने के बाद रेलवे में साफ सफाई की व्यवस्था और ज्यादा दुरुस्त हो जाएगी. लोगों का कहना है कि सरकार को बजट में रेलवे में इमरजेंसी सुविधाओं पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए था. हर ट्रेन में डॉक्टर और फर्स्ट एड की सुविधा मुहैया करानी चाहिए.
निजी कंपनियों की बढ़ेगी मनमानी
वहीं कुछ लोगों का कहना है कि रेलवे जैसा चल रहा था अच्छा चल रहा था. अगर इसे निजी क्षेत्रों को दिया जाता है तो आम यात्रियों को काफी परेशानी होगी. निजी कंपनियां मनमाना पैसा वसूलेंगी. इससे रोजगार के क्षेत्र में भी कमी आएगी. अगर निजी कंपनियां रेलवे को ले लेती है तो रेलवे कर्मचारियों की नौकरी पर भी खतरा मंडरा सकता है.