पटना: आरजेडी एमएलसी और बिस्कोमान के अध्यक्ष सुनील कुमार सिंह और राज्यसभा सांसद अशफाक करीम, आरजेडी सांसद फैयाद अहमद, पूर्व एमएलसी सुबोध राय और पूर्व विधायक अबू दुजाना के ठिकानों पर सीबीआई की रेड (CBI Raids On RJD Leaders Residence In Bihar) पर बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ( Rabri Devi On CBI Raid) ने कहा कि महागठबंधन की सरकार से बीजेपी डर गई है. बहुमत हमारे पास है. सीबीआई की छापेमारी से हम डरने वाले नहीं हैं.
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CBI रेड पर राबड़ी देवी ने किया हमला: राबड़ी देवी (Former Bihar CM Rabri Devi) ने कहा कि दोनों सदन में बीजेपी को छोड़कर सारी पार्टियां एकजुट है. नई सरकार से बीजेपी डर गई है. बीजेपी को छोड़कर सारी पार्टी हमारे साथ है. दोनों सदन में बहुमत हमारे पास है. सीबीआई की छापेमारी हमें डराने के लिए की जा रही है लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं. हमलोग डरने वालों में से नहीं हैं. आज पहले बार छापेमारी नहीं की जा रही है. बिहार की जनता हमारी परिवार है और परिवार सब देख रही है. देश को बीजेपी ने लूट लिया है.
"दोनों सदनों में बहुमत हमारे पास है. बीजेपी सीबीआई रेड कराकर हमें डराने की कोशिश कर रही है लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं. देश को तो बीजेपी ने लूट लिया है."- राबड़ी देवी, पूर्व मुख्यमंत्री, बिहार
आरजेडी नेता सुनील कुमार सिंह के घर पर छापा: आज सुबह आरजेडी नेता सुनील कुमार सिंह के ठिकोनों पर अचानक सीबीआई की छापेमारी शुरू हो गई. सुनील कुमार सिंह की गिनती राजद के कद्दावर नेताओं में होती है और वह पार्टी के कोषाध्यक्ष भी हैं. सुनील कुमार सिंह लालू परिवार के नजदीकियों में भी गिने जाते हैं. सीबीआई ने यह रेड सुनील सिंह के राजधानी के जेडी वrमेंस कालेज के पास स्थित एक अपार्टमेंट में की है, जहां पर वह रहते हैं. सीबीआई की कार्रवाई की खबर सुनते ही सुनील कुमार के सैकड़ों समर्थक उनके घर के बाहर पहुंच गए हैं और सीबीआई के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे हैं.
अशफाक करीम के कटिहार स्थित ठिकानों पर रेडः उधर राज्यसभा सांसद अशफाक करीम के पटना और कटिहार स्थित आवास पर भी केंद्रीय जांच एजेंसी का छापा पड़ा है. जहां भारी संख्या में सीआरपीएफ के जवान भी छापेमारी के दौरान मौजूद हैं. यहां भी सुबह से ही छापेमारी जारी है.
फैयाज अहमद के ठिकानों पर छापेमारीः आरजेडी सांसद फैयाज अहमद के मधुबनी स्थित घर और संस्थान पर छापे पड़े हैं. यहां भी केंद्रीय सुरक्षा बल के साथ पहुंची सीबीआई की टीम उनके घर की तलाशी ले रही है. इसके अलावा राज्य के पूर्व एमएलसी सुबोध राय पूर्व विधायक अबू दुजाना के ठिकानों पर भी सीबीआई के रेड चल रही है.
क्या है रेलवे भर्ती घोटाला : दरअसल, रेलवे भर्ती घोटाला भी साल 2004 से 2009 के बीच के समय का है. लालू यादव जब केंद्रीय रेल मंत्री थे तो नौकरी लगवाने के बदले जमीन और प्लॉट लिए गए थे. इस मामले में 18 मई को केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने लालू यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारती और हेमा यादव समेत अन्य लोगों के खिलाफ एफआई दर्ज की थी. इसी साल मई 2022 में एक साथ 17 ठिकानों पर छापेमारी भी की गई थी. आरोप है कि रेलवे में ग्रुप डी में नौकरी के बदले पटना में प्रमुख संपत्तियों को लालू के परिवार के सदस्यों को बेची या गिफ्ट में दी गई थी.