पटना: राजधानी के अलावा बिहार के 5 और शहरों में सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क (City Gas Distribution Network) तैयार करने को लेकर मंथन जारी है. केंद्र सरकार ने गोपालगंज, दरभंगा, मधुबनी, सुपौल और सिवान को सूची में रखा है. जहां पाइपलाइन के जरिए गैस मुहैया कराने को लेकर विचार किया जा रहा है. जल्द ही बिडिंग करने की तैयारी की जा रही है.
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राजधानी पटना में 5 साल में 50000 घरों तक पाइप लाइन के जरिए गैस पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है, लेकिन काम धीमी गति से चल रहा है. सिर्फ 1977 घरों तक ही गैस पाइपलाइन के जरिए पहुंचाया जा सका है.
बीजेपी राज्यसभा सांसद सुशील मोदी के जवाब में विभागीय मंत्री ने बताया कि पटना में एक 30624 पीएनजी कनेक्शन लगाए जा चुके हैं और गेल को टेंडर दिया गया है. 395 करोड रुपए की इस योजना में 270 करोड़ खर्च किए जा चुके हैं.
आपको बता दें कि गेल को मार्च 2018 में काम दिया गया था और 5 साल के अंदर प्रोजेक्ट को पूरा किया जाना था. 21 जुलाई 2021 तक 31 हजार से ज्यादा कनेक्शन दिए जा चुके हैं. कई अपार्टमेंट में कनेक्शन दो किए जा चुके हैं, लेकिन सप्लाई शुरू नहीं हो सकी है. आम लोग भी कनेक्शन को लेकर जागरूक नहीं है.
स्थानीय नागरिक रघुवीर मोची का कहना है कि सरकार की योजना बेहतर है, लेकिन काम बेहद धीमी गति से चल रहा है. आम लोगों में भी जागरुकता का अभाव है, ऐसे में लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है.
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वहीं, आरजेडी प्रवक्ता चितरंजन गगन (RJD Leader Chitranjan Gagan) ने कहा है कि अन्य योजनाओं की तरह अब गैस पहुंचाने की योजना भी दम तोड़ती दिख रही है. ये पूरी तरह से सरकार की नाकामी है.
हालांकि बीजेपी प्रवक्ता संजय टाइगर (BJP Leader Sanjay Tiger) ने कहा कि यह केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है. सरकार आम लोगों को सस्ती गैस पहुंचाना चाहती है. अभी लोगों में संकोच है, लेकिन जब लोग जागरूक हो जाएंगे तो आसानी से योजना को मूर्त रूप दिया जा सकेगा.