पटना: बिहार में आपराधिक घटनाओं में इजाफा के बाद सुशासन पर सवाल खड़े होने लगे हैं. आरजेडी नेताओं का कहना है कि हम तो पहले से कहते रहे हैं कि सरकार का कानून व्यवस्था पर नियंत्रण नहीं रह गया है. अब भीड़तंत्र भी फैसला खुद से ही करने लगा है. हालांकि जदयू का कहना है कि बिहार में सुशासन की सरकार है. जो लोग बोल रहे हैं, वो पहले अपने शासन काल को याद कर लें.
बिहार में हत्या, लूट, चोरी की घटनाओं में जबरदस्त इजाफा हुआ है. आरजेडी नेताओं का आरोप है कि बिहार में सुशासन अब नहीं रह गया है. आरजेडी के विधायक शक्ति यादव ने कहा कि छपरा में तीन लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. कांग्रेस नेता की भी हत्या कर दी गई है. यह चिंता का विषय है. शासन पर से लोगों का विश्वास उठ रहा है.
वहीं, जदयू विधायक वशिष्ट सिंह का कहना है कि आरजेडी नेताओं को आरोप लगाने से पहले अपने शासनकाल को याद कर लेना चाहिए. बिहार में सुशासन कायम है और जब तक नीतीश कुमार रहेंगे कानून व्यवस्था ठीक रहेगी.
नीतीश सरकार के इकबाल पर सवाल
बिहार में कानून व्यवस्था में सुधार के कारण ही नीतीश कुमार की चर्चा पूरे देश में हुई थी और बिहार विकास के रास्ते पर आगे बढ़ा था. इसके परिणाम स्वरूप 2010 में नीतीश कुमार प्रचंड बहुमत से चुनाव जीते थे. यही कारण था कि जदयू के लोग भी कहने लगे थे कि नीतीश सरकार की यूएसपी ही कानून व्यवस्था है. लेकिन अब जिस तरह से लगातार अपराधिक घटनाएं हो रही है नीतीश सरकार के इकबाल पर सवाल खड़ा हो रहा है.