पटना: बिहार विधान परिषद की कार्यवाही जारी है. विपक्ष की ओर से कई मुद्दों को लेकर सरकार को घेरा जा रहा है. कई मुद्दों पर बिहार सरकार के मंत्री जवाब देते हैं या फिर संतोषजनक उत्तर नहीं दे पाते हैं. इसी कड़ी में राजद नेता रामचंद्र पूर्वे ने सरकार के मंत्री से परिवहन विभाग को लेकर सवाल किया, जिसका मंत्री किसी तरह से उत्तर दे पाईं.
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बिहार विधान परिषद में राजद नेता रामचंद्र पूर्वे ने परिवहन विभाग से सवाल किया कि राज्य में हर घंटे में एक व्यक्ति की मौत सड़क दुर्घटना से हो रही है. सड़क दुर्घटना में 57 फीसदी लोगों की मौत एनएच पर होती है और इस मौत के कारण सड़क का जाम होना और वाहनों को जलाया जाना आम बात हो गई है. दुर्घटना रोकने के लिए सरकार क्या उपाय करना चाहती है?
2020 में सड़क दुर्घटना में आई कमी
राजद नेता के इस सवाल पर परिवहन मंत्री शीला मंडल ने जवाब में कहा कि सड़क दुर्घटना में 2020 में 7.1 फीसदी की कमी आई है. वहीं, 2020 में 13.60 लाख वाहनों का निबंधन हुआ है. साथ ही उन्होंने बताया कि 2019 में 56 फीसदी लोगों की मौत ओवर स्पीडिंग से हुई थी. इसी वजह से सरकार ने 23.72 करोड़ रुपये स्पीड रडार और अन्य उपकरणों के लिए पुलिस को दिया है. सड़क दुर्घटना को लेकर 46 ट्रामा सेंटर अधिसूचित किए गए हैं, जबकि प्रशिक्षण संस्थान खोलने की योजना भी है.
किए गए पूरक सवाल
इसके बाद पार्षद नवल किशोर यादव, संजीव श्याम सिंह और रजनीश कुमार ने पूरक सवाल किया और कहा कि एनएच पर कई कई दिनों तक बड़ी गाड़ियों की पार्किंग की वजह से जाम की स्थिति हो जाती है. उसके समाधान के लिए सरकार क्या कदम उठा रही हैं ?
जाम की समस्या पर मंत्री नहीं दी जवाब
संजीव श्याम सिंह ने कहा कि जाम के कारण बिहटा से कोइलवर तक जाना बहुत मुश्किल होता है. इसलिए सरकार जाम से निजात दिलाने के लिए क्या काम कर रही है. वहीं, जाम से निजात दिलाने का कोई सकारात्मक उत्तर मंत्री सदन में नहीं दे पाईं.
उपकरण खरीद का भी नहीं मिला जवाब
इसके अलावा राजद नेता सुबोध कुमार ने भी सवाल किया कि अगर करीब 24 करोड़ रुपये सरकार ने स्वीकृत किए हैं तो अब तक किन उपकरणों की खरीद हुई है और अगर नहीं हुई है तो क्यों नहीं हुई? हालांकि इस सवाल का जवाब भी मंत्री ने नहीं दिया.