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बांस घाट पर कोरोना संक्रमित मरीजों के दाह संस्कार का विरोध, लोगों ने काटा बवाल - corona virus

पटना के बांस घाट पर कोरोना संक्रमित मरीजों के जलाए जाने का स्थानीय लोगों ने जमकर विरोध किया है. लोगों का कहना है कि पैसा बचाने के लिए नजदीक में ही घाट पर शव का दाह संस्कार किया जा रहा है. अगर जल्द से जल्द कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई तो फिर से आंदोलन करेंगे.

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Published : Jul 26, 2020, 1:46 PM IST

पटनाः राजधानी में कोरोना संक्रमण काफी तेजी से पांव पसार रहा है और लोग काफी संक्रमित होते नजर आ रहे हैं. वहीं, कई लोगों की मौत भी हुई है. इस बीच जिला प्रशासन के निर्देश के बाद राजधानी के बांस घाट में कोरोना संक्रमित मरीजों के शवों का दाह संस्कार किया जा रहा है, लेकिन वहां रहने वाले लोग इसका लगातार विरोध कर रहे हैं.

लोगों ने किया विरोध
लोगों का साफ तौर पर कहना है कि यह घनी आबादी वाला क्षेत्र है और यहां पर कोरोना संक्रमित मरीजों को जलाने से हम लोग भी संक्रमित हो सकते हैं. पीपीई कीट भी यही पर जैसे-तैसे फेंक दिया जाता है. जिसको लेकर लोगों ने आज जमकर विरोध किया. हालांकि तत्काल वहां पर मजिस्ट्रेट और थानाध्यक्ष की मौजूदगी में लोगों को समझा-बुझाकर 3 दिनों के अंदर इसका हल निकालने का आश्वासन दिया गया. जिसके बाद लोगों का आक्रोश शांत हुआ.

देखें पूरी रिपोर्ट

फिर से आंदोलन की चेतावनी

बांस घाट के रहने वाले स्थानीय मदन कुमार ने कहा कि यहां कोरोना मरीज के शव का दाह संस्कार ठीक नहीं है, क्योंकि यहां घनी आबादी है. लगातार 24 घंटे कोरोना संक्रमित मरीजों के शव को जलाया जा रहा हैं. जिससे एरिया में भी 4 लोगों की मौत हो चुकी है. साफ तौर पर उन्होंने जिला प्रशासन पर आरोप लगाया कि पैसा बचाने के लिए नजदीक में ही घाट पर शव को दाह संस्कार किया जा रहा है. अगर जल्द से जल्द इसका कोई समुचित व्यवस्था नहीं किया गया तो हम लोग फिर से आंदोलन करेंगे.

पटनाः राजधानी में कोरोना संक्रमण काफी तेजी से पांव पसार रहा है और लोग काफी संक्रमित होते नजर आ रहे हैं. वहीं, कई लोगों की मौत भी हुई है. इस बीच जिला प्रशासन के निर्देश के बाद राजधानी के बांस घाट में कोरोना संक्रमित मरीजों के शवों का दाह संस्कार किया जा रहा है, लेकिन वहां रहने वाले लोग इसका लगातार विरोध कर रहे हैं.

लोगों ने किया विरोध
लोगों का साफ तौर पर कहना है कि यह घनी आबादी वाला क्षेत्र है और यहां पर कोरोना संक्रमित मरीजों को जलाने से हम लोग भी संक्रमित हो सकते हैं. पीपीई कीट भी यही पर जैसे-तैसे फेंक दिया जाता है. जिसको लेकर लोगों ने आज जमकर विरोध किया. हालांकि तत्काल वहां पर मजिस्ट्रेट और थानाध्यक्ष की मौजूदगी में लोगों को समझा-बुझाकर 3 दिनों के अंदर इसका हल निकालने का आश्वासन दिया गया. जिसके बाद लोगों का आक्रोश शांत हुआ.

देखें पूरी रिपोर्ट

फिर से आंदोलन की चेतावनी

बांस घाट के रहने वाले स्थानीय मदन कुमार ने कहा कि यहां कोरोना मरीज के शव का दाह संस्कार ठीक नहीं है, क्योंकि यहां घनी आबादी है. लगातार 24 घंटे कोरोना संक्रमित मरीजों के शव को जलाया जा रहा हैं. जिससे एरिया में भी 4 लोगों की मौत हो चुकी है. साफ तौर पर उन्होंने जिला प्रशासन पर आरोप लगाया कि पैसा बचाने के लिए नजदीक में ही घाट पर शव को दाह संस्कार किया जा रहा है. अगर जल्द से जल्द इसका कोई समुचित व्यवस्था नहीं किया गया तो हम लोग फिर से आंदोलन करेंगे.

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