पटना: राजधानी पटना से सटे बिहटा को जब से नगर परिषद बनाया गया तब से अक्सर अधिकारों को लेकर विवाद हो रहा है. बिहटा नगर परिषद की उपाध्यक्ष दीपिका सिंह के नेतृत्व में आज शनिवार 30 सितंबर को नगर परिषद के कई वार्ड पार्षद और वार्ड प्रतिनिधियों के साथ एक दिवसीय धरना नगर परिषद कार्यालय के मुख्य द्वार पर दिया गया. सभी ने मुख्य द्वार पर तालाबबंदी कर कामकाज को पूरी तरह से ठप कर दिया.
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अध्यक्ष और कार्यपालक पदाधिकारी पर आरोपः बिहटा नगर परिषद की उपाध्यक्ष दीपिका सिंह ने बताया कि आज हम सभी वार्ड पार्षदों ने नगर परिषद कार्यालय के मुख्य द्वार पर तालाबंदी कर एक दिवसीय धरना दिया. अगर इसी तरह रवैया नगर परिषद कार्यालय बिहटा का रहा तो आने वाले समय में इससे बड़ा आंदोलन होगा. दीपिका सिंह और वार्ड पार्षद प्रतिनिधियों ने नगर परिषद बिहटा के अध्यक्ष और कार्यपालक पदाधिकारी पर कई आरोप लगाये.
"नगर परिषद कार्यालय में तमाम विकास योजनाओं को लेकर बैठक की जाती है, लेकिन बैठक में जो भी सहमति होती है उसका उल्टा कार्य होता है. जिसको लेकर हम सभी लोग काफी परेशान हैं. इस संबंध में पटना डीएम को भी लिखित शिकायत की है और आश्वासन मिला है कि इसकी जांच की जाएगी."- दीपिका सिंह, बिहटा नगर परिषद की उपाध्यक्ष
योजनाओं को पलट दिया जा रहाः बता दें कि नगर परिषद कार्यालय में जो भी प्रस्ताव पारित किए जाते हैं उसका उल्टा किया जा रहा है. नगर परिषद की उपाध्यक्ष और कई वार्ड पार्षदों ने परिषद कार्यपालिका अधिकारी और अध्यक्ष पर ये आरोप लगाये हैं. धरना स्थल पर मौजूद वार्ड नंबर 12 के पार्षद प्रतिनिधि माधव कुमार ने बताया कि बिहटा नगर परिषद कार्यालय में अधिकारों का हनन किया जा रहा है. बैठक में विकास योजनाओं को लेकर कई बातें होती है अचानक से पलट दिया जा रहा है.