पटना: बिहार के पटना (CPI Male MLA Mehboob Alam) में इन दिनों अतिक्रमण हटाओ अभियान चला रहा है. बुधवार को स्टेशन रोड में फुटपाथ दुकानदारों को हटाया गया. इसके विरोध में फुटपाथ दुकानदार एकजुट होकर प्रदर्शन किए और इस प्रदर्शन का नेतृत्व भाकपा माले विधायक दल के नेता महबूब आलम ने किया. उन्होंने कहा कि फुटपाथ दुकानदारों को बिना वैकल्पिक व्यवस्था किए उजाड़ना अमानवीय कदम है.
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"बिहार में महागठबंधन की सरकार है. गरीबों की सरकार है. ऐसे में सरकार को तुरंत गरीबों के ऊपर हो रहे इस अत्याचार पर संज्ञान लेते हुए दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई करनी चाहिए. अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत फुटपाथ दुकानदारों को उजाड़ने के लिए उतारू हैं. स्मार्ट सिटी और मेट्रो प्रोजेक्ट के तहत निर्माण कार्य के नाम पर फुटपाथ दुकानदारों को उजाड़ा जा रहा है और कोई वैकल्पिक व्यवस्था भी नहीं की जा रही है. इसको लेकर प्रतिरोध के तहत सड़क जाम करेंगे."- महबूब आलम, विधायक, भाकपा माले
गरीबों के ऊपर जुल्म: महबूब आलम ने कहा कि लगभग 385 सर्वेक्षित फुटपाथ दुकानदार निगम के रवैया से रोजगार से बेदखल हो रहे हैं. यह फुटपाथ दुकानदार स्वरोजगार हैं और रोजगार मांगने के बजाय अपना रोजगार खड़ा कर दूसरों को अपने यहां रोजगार देते हैं. उन्होंने कहा की अतिक्रमण हटाओ अभियान के नाम पर गरीबों के ऊपर सरकार के तरफ से अत्याचार किया जा रहा है. महबूब आलम ने कहा कि हिंदुस्तान फुटपाथ दुकानदारों का देश है.
सरकार ने वेंडिंग लाइसेंस दिया है: उन्होंने कहा कि आप चाहे देश के किसी हिस्से में जाइए. वहां आपको फुटपाथ दुकानदार नजर आएंगे. उन्होंने कहा कि स्ट्रीट वेंडर्स प्रोटेक्शन एक्ट 2014 की धारा 3 (1) के तहत फुटपाथ दुकानदारों को सरकार ने वेंडिंग लाइसेंस दिया है. अब इनके सामान बेचने की जगह को ही छीन कर इन पर अत्याचार किया जा रहा है. महबूब आलम ने कहा कि फुटपाथ दुकानों की वजह से कोई बहुत अधिक जाम नहीं लगता है और थोड़ा बहुत जाम लगता है तो कोई बड़ी बात नहीं है.