ETV Bharat / state

AKU में प्रमोट करने की मांग को लेकर बीटेक छात्रों का प्रदर्शन, विश्वविद्यालय पर सेशन लेट चलाने का आरोप

आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवर्सिटी में छात्रों का प्रदर्शन हुआ. बीटेक के छात्रों ने प्रमोट करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. छात्रों ने यूनिवर्सिटी प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. पढ़िये पूरी खबर.

AKU में बीटेक छात्रों का प्रदर्शन
AKU में बीटेक छात्रों का प्रदर्शन
author img

By

Published : Feb 9, 2022, 5:03 PM IST

पटना: बिहार में जिस यूनिवर्सिटी के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चांसलर है. उसी यूनिवर्सिटी में बुधवार को बीटेक के छात्रों ने अपनी मांगों को लेकर जमकर प्रदर्शन (Students Protest At Aryabhatta Knowledge University) किया. प्रदेश के 38 इंजीनियरिंग कॉलेज से हजारों की संख्या में पहुंचे छात्रों ने यूनिवर्सिटी पर सेशन लेट चलाए जाने का आरोप लगाया. छात्रों ने प्रमोशन की मांग करते हुए जमकर हंगामा किया.

ये भी पढ़ें-आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवर्सिटी में MBBS छात्रों का हंगामा, फेल होने पर कर रहे प्रमोट करने की मांग

बीटेक के छात्रों का कहना था कि वह 2020-24 बैच के छात्र हैं और पूरे कोर्स के दौरान 8 समेस्टर की परीक्षा होती है. 2 साल हो गए हैं और अभी तक वह पहले ही समेस्टर में हैं. छात्रों का कहना है कि नियमित सेशन के अनुसार उन लोगों को अभी चौथेत समेस्टर में होना चाहिए था, लेकिन यूनिवर्सिटी के तरफ से उन लोगों के हित में कोई निर्णय नहीं लिया जा रहा है और उन लोगों के एकेडमिक सेशन को लगातार लेट किया जा रहा है.

प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने कहा कि वह चौथी बार प्रदर्शन करने पहुंचे हुए हैं और जब भी यूनिवर्सिटी में प्रदर्शन करने पहुंचे हैं, उन्हें दिलासा मिलता है. प्रशासन की ओर से आश्वासन मिलता है कि एक सप्ताह के अंदर उन लोगों के हित में निर्णय लिया जाएगा, लेकिन कुछ नहीं होता है. छात्रों ने विश्वविद्यालय के कुलपति पर आरोप लगाया कि वह छात्रों से मिलते नहीं हैं और उन लोगों की मांगों को लगातार अनसुना किया जाता है.

छात्रों ने कहा कि उन लोगों की शुरू से मांग रही है कि या तो ऑनलाइन एग्जाम लिया जाए या फिर इंटरनल एग्जाम के आधार पर ही उन लोगों को प्रमोट किया जाए. 2 वर्षों से एक ही सेमेस्टर में है ऐसे में आगामी 2 साल में कैसे सात सेमेस्टर कंप्लीट कर लिए जाएंगे. छात्रों के लिए यह एक चिंता का विषय बना हुआ है.

प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने बताया कि प्रदेश के 38 मेडिकल कॉलेज के 12 हजार पांच सौ छात्र यूनिवर्सिटी के इस निर्णय से प्रभावित हो रहे हैं. जब तक उन लोगों की मांगों पर और उन लोगों के हित में अंतिम निर्णय नहीं होगा वह विश्वविद्यालय कैंपस को खाली नहीं करेंगे और कैंपस में ही डटे रहेंगे. छात्रों ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रबंधन के रवैये की वजह से उन लोगों को अपनी एक मांग को लेकर चौथी दफा आंदोलन करना पड़ रहा है.

ऐसी ही विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

पटना: बिहार में जिस यूनिवर्सिटी के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चांसलर है. उसी यूनिवर्सिटी में बुधवार को बीटेक के छात्रों ने अपनी मांगों को लेकर जमकर प्रदर्शन (Students Protest At Aryabhatta Knowledge University) किया. प्रदेश के 38 इंजीनियरिंग कॉलेज से हजारों की संख्या में पहुंचे छात्रों ने यूनिवर्सिटी पर सेशन लेट चलाए जाने का आरोप लगाया. छात्रों ने प्रमोशन की मांग करते हुए जमकर हंगामा किया.

ये भी पढ़ें-आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवर्सिटी में MBBS छात्रों का हंगामा, फेल होने पर कर रहे प्रमोट करने की मांग

बीटेक के छात्रों का कहना था कि वह 2020-24 बैच के छात्र हैं और पूरे कोर्स के दौरान 8 समेस्टर की परीक्षा होती है. 2 साल हो गए हैं और अभी तक वह पहले ही समेस्टर में हैं. छात्रों का कहना है कि नियमित सेशन के अनुसार उन लोगों को अभी चौथेत समेस्टर में होना चाहिए था, लेकिन यूनिवर्सिटी के तरफ से उन लोगों के हित में कोई निर्णय नहीं लिया जा रहा है और उन लोगों के एकेडमिक सेशन को लगातार लेट किया जा रहा है.

प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने कहा कि वह चौथी बार प्रदर्शन करने पहुंचे हुए हैं और जब भी यूनिवर्सिटी में प्रदर्शन करने पहुंचे हैं, उन्हें दिलासा मिलता है. प्रशासन की ओर से आश्वासन मिलता है कि एक सप्ताह के अंदर उन लोगों के हित में निर्णय लिया जाएगा, लेकिन कुछ नहीं होता है. छात्रों ने विश्वविद्यालय के कुलपति पर आरोप लगाया कि वह छात्रों से मिलते नहीं हैं और उन लोगों की मांगों को लगातार अनसुना किया जाता है.

छात्रों ने कहा कि उन लोगों की शुरू से मांग रही है कि या तो ऑनलाइन एग्जाम लिया जाए या फिर इंटरनल एग्जाम के आधार पर ही उन लोगों को प्रमोट किया जाए. 2 वर्षों से एक ही सेमेस्टर में है ऐसे में आगामी 2 साल में कैसे सात सेमेस्टर कंप्लीट कर लिए जाएंगे. छात्रों के लिए यह एक चिंता का विषय बना हुआ है.

प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने बताया कि प्रदेश के 38 मेडिकल कॉलेज के 12 हजार पांच सौ छात्र यूनिवर्सिटी के इस निर्णय से प्रभावित हो रहे हैं. जब तक उन लोगों की मांगों पर और उन लोगों के हित में अंतिम निर्णय नहीं होगा वह विश्वविद्यालय कैंपस को खाली नहीं करेंगे और कैंपस में ही डटे रहेंगे. छात्रों ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रबंधन के रवैये की वजह से उन लोगों को अपनी एक मांग को लेकर चौथी दफा आंदोलन करना पड़ रहा है.

ऐसी ही विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.