पटना: सीएए और एनआरसी के विरुद्ध विपक्षी दल के नेताओं ने पटना के गांधी मैदान स्थित गांधी मूर्ति के पास एक दिवसीय धरना दिया. इस धरने में इमारत-ए-शरिया और महागठबंधन के नेता उपेंद्र कुशवाहा और जीतन राम मांझी के साथ सैकड़ों मुस्लिम समुदाय के लोग मौजूद रहे.
धरने में पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी और रालोसपा प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा के साथ सैकड़ों मुस्लिम समुदाय के लोग शामिल थे. वहीं, धरना में शामिल होने आए रालोसपा प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि दिल्ली में भी इस कार्यक्रम के दौरान बाधा डालने की कोशिश कि गई थी. बिहार में भी की जा रही है. दरअसल, उपेंद्र कुशवाहा ने यह बात है पटना के फुलवारी शरीफ चल रहे प्रदर्शन में हुई फायरिंग को लेकर कही.
मुख्य मुद्दों को नहीं उठाती सरकार-कुशवाहा
वहीं दिल्ली में हुई बीजेपी की हार पर बोलते हुए उपेंद्र ने कहा कि दिल्ली के लोगों ने इस दल को अपने वोट के जरिये जवाब दे दिया है. दिल्ली में जो हाल हुआ है, वो यहां जो सत्ता में 15 सालों से बैठे हैं. उनका भी होगा. स्वास्थ, शिक्षा, बेरोजगारी जैसी व्यवस्थाओं में बिहार पिछड़ा है. उस पर बात करें. सीएए और एनआरसी से वोट नहीं मिलता.
उपेंद्र कुशवाहा ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कई अपत्तिजनक शब्द भी कहे. उपेंद्र ने कहा कि ये थेथर लोग हैं. आसानी से नहीं मानने वाले हैं. थेथर लोगों को कैसे समझाया जाता है हिंदुस्तान की जनता जानती है. उपेंद्र ने कहा कि जब तक काला कानून वापस नहीं होगा ये आंदोलन लगातार जारी रहेगा.