पटनाः बिहार में सातवां चरण शिक्षक नियोजन की मांग (seventh phase teacher recruitment) को लेकर एसटीईटी और टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. 27 फरवरी से चंपारण से शिक्षा सुधार यात्रा शुरू करेंगे. इसको लेकर रविवार को एसटीईटी और सीटीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी ने पटना के हार्डिंग पार्क के पास प्रदर्शन किया. अभ्यर्थियों ने कहा कि सरकार की नीयत ठीक नहीं है. लगातार शिक्षा मंत्री नियोजन की मांग को लेकर कुछ से कुछ बयान देते हैं. कहा जाता है इंतजार कीजिए तो हमें लगता है कि अब सरकार शिक्षक नियोजन पर भी राजनीति कर रही है, जो को उचित नहीं है.
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27 फरवरी से शिक्षा सुधार यात्राः प्रदर्शन कर रहे शिक्षक अभ्यर्थी नितेश पांडे का कहना है कि गांधी जी ने भी आजादी की लड़ाई में चंपारण से सत्याग्रह शुरू किया था. अब हम लोग भी चंपारण की धरती से 27 फरवरी से शिक्षा सुधार यात्रा शुरू करेंगे. इस बार बजट सत्र है. बजट सत्र में भी सरकार को घेरने का काम करेंगे. उन्होंने कहा कि लगातार सरकार हम लोगों को गुमराह कर रही है और यही कारण है कि जो भी अभ्यर्थी हैं उनकी चिंता लगातार बढ़ रही है. हम लोग महीनों धरना प्रदर्शन किए हैं, बावजूद इसके सरकार हमारी नहीं सुन रही है.
लगातार प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थीः रोहतास से आए सोनू कुमार कह रहे हैं कि हम लोग एसटीईटी पास छात्र हैं. अभी तक हम लोगों की नियुक्ति नहीं हुई है. मेरिट के आधार पर सरकार नियुक्ति करें. इसी मांग को लेकर हम लोग लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. और इस बार हम लोग शिक्षा सुधार यात्रा निकाल कर पूरे बिहार के जनता को यह बताना चाहते हैं कि वर्तमान में जो सरकार है वह किस तरह से शिक्षक अभ्यर्थियों के साथ बर्ताव कर रही है. शिक्षा के गुणवत्ता सुधार करने की कोशिश नहीं कर रही है.
राजभवन तक यात्रा जाएगीः जमुई से आए अनिल कुमार का साफ-साफ कहना है कि सरकार जब तक सातवें चरण के शिक्षक नियोजन शुरू नहीं कर देती है तब तक प्रदर्शन करते रहेंगे. इस बार शिक्षा सुधार यात्रा जो चंपारण से हम लोग शुरू कर रहे हैं. राजभवन तक यात्रा जाएगी. इसके जरिए बिहार की जनता को भी यह बताने की कोशिश करेंगे कि किस तरह से शिक्षक अभ्यर्थियों के साथ सरकार लगातार दुर्व्यवहार कर रही है. नियोजन पर भी राजनीति कर रही है जो कि कहीं से भी उचित नहीं है.