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CAA और NRC के विरोध में बिहार बंद का आयोजन, अलग-अलग जगहों पर दिखा असर - Effect of Bihar bandh in Begusarai

बिहार बंद के समर्थन में जाप, सीपीआई और वीआईपी के सैंकड़ों कार्यकर्ताओं ने विरोध जताया. इस विरोध प्रदर्शन का व्यापक असर देखने को मिला और समर्थकों ने सरकार से सीएए और एनआरसी को वापस लेने की मांग की.

पटना
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Published : Dec 19, 2019, 7:00 PM IST

Updated : Dec 19, 2019, 11:00 PM IST

पटना: नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के विरोध में जो वाम दलो की ओर से बिहार बंद का आयोजन किया गया. इसका व्यापक असर देखने को मिला. कई जिलों में लोग इस बंद के समर्थन में सड़कों पर उतरे और जमकर नारेबाजी की.

बता दें कि इस बंद के समर्थन में जाप, सीपीआई और वीआईपी के सैंकड़ों कार्यकर्ता ने विरोध जताया. खगड़िया जिले में प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों ने एनएच 31 को जाम कर दिया. साथ ही कार्यकर्ताओं ने शहर के हर इलाके से नारा लगाते हुए खगड़िया समाहरणालय के सामने इक्कठा हो कर विरोध प्रदर्शन किए. हालांकि प्रदर्शन में आए छात्रों से पूछा गया कि किसलिए वो प्रदर्शन में शामिल हुए तो उनको इस बात की जानकारी ही नहीं थी कि एनआरसी और सीएए क्या है.

खगड़िया में बिहार बंद का असर

'संविधान की मूल भावनाओं का किया जा रहा उल्लंघन'
मधेपुरा जिले में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ जिला मुख्यालय के सामने सीपीआई, एआईएसएफ सहित जाप के कार्यकर्ताओं ने सड़क जाम कर सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. जिले के कॉलेज चौक, कर्पूरी चौक, बस स्टैंड सहित कई जगहों पर सड़कों पर सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया गया. इस मौके पर लोगों ने कहा कि सरकार अगर इस कानून को वापस नहीं लेती है तो हमारा उग्र आंदोलन लगातार जारी रहेगा. हालांकि सीपीआई के नेता प्रमोद प्रभाकर ने केंद्र सरकार हमला बोलते हुए कहा हमारे संविधान की मूल भावना का उल्लंघन किया जा रहा है.

मधेपुरा में बिहार बंद का असर

'मूल समस्याओं से ध्यान भटका रही है सरकार'
नवादा जिले में सीएए के विरोध में वामदलों का बिहार बंद बेअसर रहा. ठंड के कारण देर से सड़कों पर उतरे वामपंथी समर्थक ने विरोध प्रदर्शन किया लेकिन जिलेवासियों को कोई परेशानी नहीं पहुंचाई. इस मौके पर सीपीएम के जिला सचिव राम जतन सिंह ने कहा कि ये कानून लाकर सरकार हमारी मूल समस्याओं से ध्यान भटका रही है. देश को विभाजित करने और देश जलाने की सजिश रची गई है. इसलिए हम इस कानून का विरोध करते हैं. सरकार जब तक इस कानून को वापिस नहीं ले लेती, तब तक हम इसका विरोध करेंगें. चाहे इसके लिए हमें अपनी जान की बलि ही देना क्यों न पड़े.

नवादा में बिहार बंद का असर

पीएम और गृह मंत्री के नागरिकता पर उठाए सवाल
बेगूसराय जिले में वाम दलों की ओर से आयोजित बिहार बंद का व्यापक असर देखने को मिला. इस बंद के दौरान कार्यर्ताओं ने एनएच 31 को जामकर टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और लालकृष्ण आडवाणी के नागरिकता पर सवाल उठाते हुए इनके विरोध में जमकर नारेबाजी की. वहीं, बंद में शामिल कार्यकर्ताओं ने कहा कि यह बिल देश को बांटने वाला बिल है.

बेगूसराय में बिहार बंद का असर

पटना: नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के विरोध में जो वाम दलो की ओर से बिहार बंद का आयोजन किया गया. इसका व्यापक असर देखने को मिला. कई जिलों में लोग इस बंद के समर्थन में सड़कों पर उतरे और जमकर नारेबाजी की.

बता दें कि इस बंद के समर्थन में जाप, सीपीआई और वीआईपी के सैंकड़ों कार्यकर्ता ने विरोध जताया. खगड़िया जिले में प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों ने एनएच 31 को जाम कर दिया. साथ ही कार्यकर्ताओं ने शहर के हर इलाके से नारा लगाते हुए खगड़िया समाहरणालय के सामने इक्कठा हो कर विरोध प्रदर्शन किए. हालांकि प्रदर्शन में आए छात्रों से पूछा गया कि किसलिए वो प्रदर्शन में शामिल हुए तो उनको इस बात की जानकारी ही नहीं थी कि एनआरसी और सीएए क्या है.

खगड़िया में बिहार बंद का असर

'संविधान की मूल भावनाओं का किया जा रहा उल्लंघन'
मधेपुरा जिले में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ जिला मुख्यालय के सामने सीपीआई, एआईएसएफ सहित जाप के कार्यकर्ताओं ने सड़क जाम कर सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. जिले के कॉलेज चौक, कर्पूरी चौक, बस स्टैंड सहित कई जगहों पर सड़कों पर सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया गया. इस मौके पर लोगों ने कहा कि सरकार अगर इस कानून को वापस नहीं लेती है तो हमारा उग्र आंदोलन लगातार जारी रहेगा. हालांकि सीपीआई के नेता प्रमोद प्रभाकर ने केंद्र सरकार हमला बोलते हुए कहा हमारे संविधान की मूल भावना का उल्लंघन किया जा रहा है.

मधेपुरा में बिहार बंद का असर

'मूल समस्याओं से ध्यान भटका रही है सरकार'
नवादा जिले में सीएए के विरोध में वामदलों का बिहार बंद बेअसर रहा. ठंड के कारण देर से सड़कों पर उतरे वामपंथी समर्थक ने विरोध प्रदर्शन किया लेकिन जिलेवासियों को कोई परेशानी नहीं पहुंचाई. इस मौके पर सीपीएम के जिला सचिव राम जतन सिंह ने कहा कि ये कानून लाकर सरकार हमारी मूल समस्याओं से ध्यान भटका रही है. देश को विभाजित करने और देश जलाने की सजिश रची गई है. इसलिए हम इस कानून का विरोध करते हैं. सरकार जब तक इस कानून को वापिस नहीं ले लेती, तब तक हम इसका विरोध करेंगें. चाहे इसके लिए हमें अपनी जान की बलि ही देना क्यों न पड़े.

नवादा में बिहार बंद का असर

पीएम और गृह मंत्री के नागरिकता पर उठाए सवाल
बेगूसराय जिले में वाम दलों की ओर से आयोजित बिहार बंद का व्यापक असर देखने को मिला. इस बंद के दौरान कार्यर्ताओं ने एनएच 31 को जामकर टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और लालकृष्ण आडवाणी के नागरिकता पर सवाल उठाते हुए इनके विरोध में जमकर नारेबाजी की. वहीं, बंद में शामिल कार्यकर्ताओं ने कहा कि यह बिल देश को बांटने वाला बिल है.

बेगूसराय में बिहार बंद का असर
Intro:CAA और NRC के विरोध में जो आज बिहार में बन्दी की गई। उसका वयापक असर खगडिया में भी देखने को मिला । जाप के इस बन्दी में खगड़िया की अन्य पार्टी भी उसके समर्थन में उतरी
मुकेश साहनी की वीआईपी पार्टी, सीपीआई, हम ये सभी पार्टियां जाप के समर्थन में उतर कर विरोध प्रदर्शन की।


Body:CAA और NRC के विरोध में जो आज बिहार में बन्दी की गई। उसका वयापक असर खगडिया में भी देखने को मिला । जाप के इस बन्दी में खगड़िया की अन्य पार्टी भी उसके समर्थन में उतरी
मुकेश साहनी की वीआईपी पार्टी, सीपीआई, हम ये सभी पार्टियां जाप के समर्थन में उतर कर विरोध प्रदर्शन की।

नागरिक एमेंडमेंट कानून के खिलाफ ये प्रदर्शन पूरे बिहार के साथ खगडिय़ा में किया गया जंहा एक तरफ Nh 31 को पूरी तरह से बाधित रखा गया पूरे दिन वंही खगडिया के बाजार में भी पूरे दिन इसका असर देखने को मिलता रहा।

हजारों की संख्या में मौजूद रहे लोग
इस बन्दी को जाप पार्टी के द्वारा शुरू किया गया था बाद में अन्य पार्टियों के द्वारा सहयोग दिए जाने के बाद खगडिया में हजारों लोग एक साथ आये और खगड़िया शहर के हर इलाके से नारा लगाते हुए गुजरे अंत मे खगड़िया समाहरणालय के सामने इक्कठा हो कर इस विरोध प्रदर्शन खत्म किए। बता दे कि इस प्रदर्शन में हजारों लोग एक साथ आए।

हालांकि प्रदर्शन में आए छात्रों से पूछा गया कि किस लिए वो प्रदर्शन में शामिल हुए तो उनको इस बात की जानकारी ही नही थी कि nrc और cab क्या है। etv bharat के कैमरे के सामने उनके जुबान से एक शब्द भी नही निकला

बाइट-प्रदर्शनकारी


Conclusion:
Last Updated : Dec 19, 2019, 11:00 PM IST
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