पटना सिटी: गौरीचक थाना क्षेत्र के चिपुरा गांव में शराब कांड के आरोपी धर्मेंद्र की मौत से पुलिस के साथ परिजनों में भी कोहराम मच गया है. वहीं घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने पटना-मसौढ़ी रोड को जाम कर आगजनी की. साथ ही पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की.
थाना का घेराव कर हंगामा
परिजन सीधे-सीधे पुलिस पर आरोप लगा रही है कि पुलिस की मार से धर्मेंद्र की मौत हुई है. क्योंकि धर्मेंद्र को ना तो कोई बीमारी थी और ना ही वो कभी बीमार पड़ा था. फिलहाल गौरीचक थाना का घेराव कर लोग हंगामा कर रहे हैं. वहीं थाना की सुरक्षा को लेकर कई थाना की पुलिस घटनास्थल पर पहुंच कर आक्रोशित लोगों को समझा रही है.
"धर्मेंद्र की मौत पुलिस की मार से हुई है. हमें वरीय अधिकारी से न्याय चाहिय. जो दोषी है, उसपर कार्रवाई हो"- रेखा देवी, मृतक की बहन
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जांच में जुटी पुलिस
मृतक की बहन ने कहा कि पुलिस जब धर्मेंद्र को पकड़ कर ले जा रही थी, तब भी वो ठीक था. लेकिन उसकी रहस्यमयी मौत से पुलिस पर कई सवाल उठते हैं. उनका कहना है कि जब धर्मेंद्र बीमार हुआ तो पुलिस ने उसके परिजनों को खबर क्यों नहीं दी. परिजनों की मानें तो अभीतक पता नहीं है कि धर्मेंद्र का शव कहां है. वहीं आलाधिकारी इस मामले की जांच में जुट गये हैं.