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Mahila Kisan diwas:खेती के लिए पुरुषों की मोहताज नहीं रहनेवाली महिलाओं काे किया सम्मानित - etv bharat news

कृषि क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाने के लिए प्रत्येक साल 15 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय महिला किसान दिवस मनाया जाता है. खेती किसानी से जुड़ी हर गतिविधियों में महिला किसान बढ़ चढ़कर हिस्सा लेती हैं. अंतर्राष्ट्रीय महिला किसान दिवस (Mahila Kisan diwas) पर जानते हैं महिला किसानों के बारे में..

mahila kisan diwas
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Published : Oct 15, 2022, 5:26 PM IST

पटना: आज शनिवार काे अंतर्राष्ट्रीय महिला किसान दिवस मनाया जा रहा है. महिला सशक्तीकरण को लेकर प्रत्येक साल 15 अक्टूबर काे खेती बाड़ी में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने वाली महिलाओं को सम्मानित किया जाता है. देश में एग्रीकल्चर लेबर में महिलाओं की हिस्सेदारी 42 फ़ीसदी से अधिक है. लेकिन 2 फ़ीसदी से कम महिलाओं के पास ही अपनी जमीन है. वह दूसरे की खेतों को पट्टे पर लेकर खेती करती हैं और पुरुषों के साथ खेती में हाथ बंटाती हैं. शनिवार काे पटना जिला के मसौढ़ी धनरूआ समेत तमाम प्रखंडों में अंतरराष्ट्रीय महिला किसान दिवस मनाया जा रहा है.

इसे भी पढ़ेंः नारी शक्ति को सलाम! खेतों में पुरुषों से दोगुनी मेहनत करती हैं महिलाएं

महिलाओं के योगदान पर चर्चा कीः मसौढ़ी के किसान भवन में तमाम महिला किसानों को एकजुट कर उनके मान-सम्मान खेती-बाड़ी उनके योगदान के बारे में चर्चा की गई. मसौढ़ी में कई ऐसी महिला किसान हैं जिनकी चर्चाएं इन दिनों खूब हो रही है. जमालपुर गांव की रेखा देवी, डोरी पर गांव की फूलमती देवी, बेर्रा गांव की पिंकी देवी, छाता गांव की मधु कुमारी, निशियामा गांव की सविता देवी, नहवा की मालती देवी शामिल हैं. इसके अलावा किसान सलाहकार के रूप में अर्चना कुमारी, शकुंतला देवी, रेनू कुमारी, लक्ष्मी देवी शामिल हैं.

इसे भी पढ़ेंः महिला दिवस स्पेशल: पगडंडियों पर चलकर 'पद्मश्री' सम्मान तक पहुंची किसान चाची, हजारों महिलाओं की बदल रहीं तकदीर

घर के खर्च में कर रही मददः मसौढ़ी के रेखा देवी फुलमती देवी और पिंकी देवी ऐसी महिला किसान हैं, जो खेती बाड़ी में आगे हैं. रेखा देवी की मानें तो आलू की खेती की बारीकियां को लोगों को समझाती हैं. एक समय था कि इनके पास अपने बच्चों पर खर्च करने के लिए पैसे नहीं थे, आज वह अच्छा मुनाफा कमा रही है. घर के खर्च में मदद कर रही है. इतना ही नहीं अपने बच्चियों को भी पढ़ाई में मदद कर रही है. इनकी बच्ची नीट की तैयारी कर रही है. वह अपने पति के कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ रही है.



"मसौढ़ी किसान भवन में अंतरराष्ट्रीय महिला किसान दिवस मनाया गया. सैकड़ों की संख्या में महिला किसान शामिल हुईं. उन तमाम महिला किसानों को प्रखंड कृषि कार्यालय की ओर से सम्मानित किया गया है. उनको कई तरह के ट्रेनिंग देने के लिए चयनित भी किया गया है"- रश्मी प्रियदर्शी, सहायक तकनीकी प्रबंधक, मसौढ़ी

पटना: आज शनिवार काे अंतर्राष्ट्रीय महिला किसान दिवस मनाया जा रहा है. महिला सशक्तीकरण को लेकर प्रत्येक साल 15 अक्टूबर काे खेती बाड़ी में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने वाली महिलाओं को सम्मानित किया जाता है. देश में एग्रीकल्चर लेबर में महिलाओं की हिस्सेदारी 42 फ़ीसदी से अधिक है. लेकिन 2 फ़ीसदी से कम महिलाओं के पास ही अपनी जमीन है. वह दूसरे की खेतों को पट्टे पर लेकर खेती करती हैं और पुरुषों के साथ खेती में हाथ बंटाती हैं. शनिवार काे पटना जिला के मसौढ़ी धनरूआ समेत तमाम प्रखंडों में अंतरराष्ट्रीय महिला किसान दिवस मनाया जा रहा है.

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महिलाओं के योगदान पर चर्चा कीः मसौढ़ी के किसान भवन में तमाम महिला किसानों को एकजुट कर उनके मान-सम्मान खेती-बाड़ी उनके योगदान के बारे में चर्चा की गई. मसौढ़ी में कई ऐसी महिला किसान हैं जिनकी चर्चाएं इन दिनों खूब हो रही है. जमालपुर गांव की रेखा देवी, डोरी पर गांव की फूलमती देवी, बेर्रा गांव की पिंकी देवी, छाता गांव की मधु कुमारी, निशियामा गांव की सविता देवी, नहवा की मालती देवी शामिल हैं. इसके अलावा किसान सलाहकार के रूप में अर्चना कुमारी, शकुंतला देवी, रेनू कुमारी, लक्ष्मी देवी शामिल हैं.

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घर के खर्च में कर रही मददः मसौढ़ी के रेखा देवी फुलमती देवी और पिंकी देवी ऐसी महिला किसान हैं, जो खेती बाड़ी में आगे हैं. रेखा देवी की मानें तो आलू की खेती की बारीकियां को लोगों को समझाती हैं. एक समय था कि इनके पास अपने बच्चों पर खर्च करने के लिए पैसे नहीं थे, आज वह अच्छा मुनाफा कमा रही है. घर के खर्च में मदद कर रही है. इतना ही नहीं अपने बच्चियों को भी पढ़ाई में मदद कर रही है. इनकी बच्ची नीट की तैयारी कर रही है. वह अपने पति के कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ रही है.



"मसौढ़ी किसान भवन में अंतरराष्ट्रीय महिला किसान दिवस मनाया गया. सैकड़ों की संख्या में महिला किसान शामिल हुईं. उन तमाम महिला किसानों को प्रखंड कृषि कार्यालय की ओर से सम्मानित किया गया है. उनको कई तरह के ट्रेनिंग देने के लिए चयनित भी किया गया है"- रश्मी प्रियदर्शी, सहायक तकनीकी प्रबंधक, मसौढ़ी

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