पटना: सोमवार को बजट पेश होने से पहले एनडीए के विधायकों को एकजुट रखने के लिए बैठक बुलाई गई. यह बैठक भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी के आवास पर हुई. जिसमें एनडीए के तमाम नेता शामिल हुए. बैठक में आरजेडी और कांग्रेस के कई विधायकों को भी आमंत्रित किया गया था. विधायकों ने सहमति भी दे दी थी. लेकिन एनडीए के शीर्ष नेतृत्व ने हरी झंडी नहीं दी.
महागठबंधन को झटका देने की तैयारी
बजट पेश होने से पहले भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने महागठबंधन को झटका देने की तैयारी कर ली थी. लेकिन अंतिम क्षणों में रणनीति में बदलाव की वजह से फिलहाल महागठबंधन में टूट टल गई. भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने पहले ही दावा किया था कि बजट सत्र के दौरान या उसके बाद आरजेडी और कांग्रेस में बड़ी टूट होगी.
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नीतीश कुमार की नीति से प्रभावित
इसकी एक झलक एनडीए के बैठक के दौरान देखने को मिली. कांग्रेस विधायक मुन्ना तिवारी भी बैठक में शामिल होने आए थे. लेकिन वह बैठक शुरू होने से पहले ही चले गए. इस दौरान निर्दलीय विधायक रिंकू सिंह ने कहा कि मैं नीतीश कुमार की नीति से प्रभावित है. जिस तरीके से उन्होंने बिहार को ऊंचाइयों पर ले जाने का काम किया है, उससे मैं प्रभावित हुआ और मैं खुद को जेडीयू का विधायक मानता हूं.