पटना: कोरोना की दूसरी लहर से देश और दुनिया में काफी संख्या में लोग संक्रमित हो रहे हैं. बिहार और राजधानी पटना में आए दिन हजारों की संख्या में कोरोना संक्रमित मरीज पाए जा रहे हैं. बिहार में अब कोरोना संक्रमण विस्फोटक रूप अपना रहा है. राजधानी पटना के सभी अस्पताल चाहे वो सरकारी हो या प्राइवेट, ज्यादातर अस्पतालों में बेड अभी से ही फुल हैं. जिन अस्पतालों में बेड खाली हैं, वहां तो ऑक्सीजन की समस्या है ही. साथ ही जहां बेड फुल है, वहां भी ऑक्सीजन की काफी समस्या है.
ये भी पढ़ें: भागलपुर में नहीं होगी ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी, 2 जगहों पर रिफिलिंग प्लांट्स शुरू
मंगल पांडे ने किया था दावा
हाल ही में जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के मंत्री मंगल पांडे ने यह दावा किया था कि अब ऑक्सीजन की समस्या नहीं है. सभी अस्पतालों तक ऑक्सीजन पहुंच रहा है. इसकी सच्चाई जानने के लिए जब ईटीवी भारत की टीम ने पटना के विभिन्न बड़े और छोटे निजी अस्पताल प्रबंधक से बात की तो, पता चला कि जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के दावे खोखले हैं. दरअसल ऑक्सीजन की समस्या का समाधान अब तक नहीं हो पाया है.
जैसे-तैसे चल रहा काम
ईटीवी भारत की टीम ने जब रुबन अस्पताल प्रबंधक से बात की तो उन्होंने बताया कि ऑक्सीजन की समस्या का समाधान अब तक नहीं हो पाया है. हमारे यहां प्रति घंटे 15 सिलेंडर की खपत है. हमारे यहां अपना गैस प्लांट है. लेकिन बावजूद इसके हमें काफी समस्या हो रही है. बिहार के एम्स में डेढ़ सौ बेड हैं.
लेकिन हमारे यहां 175 बेड हैं. ऐसे में आप हमारी जगह रहकर अंदाजा लगा सकते हैं कि कितनी समस्या है. दिनभर अस्पताल के लोग विभिन्न जगहों से ऑक्सीजन सिलेंडर के इंतजाम में लगे हुए रहते हैं. सरकार ने कह तो दिया है लेकिन अब देखिए कब ऑक्सीजन की पूरी व्यवस्था होती है. अभी तो जैसे-तैसे काम चल रहा है.
ये भी पढ़ें: बेगूसराय में शुरू हुआ एक साल से बंद पड़ा ऑक्सीजन प्लांट, हर रोज 400 सिलेंडर की रिफिलिंग
मरीज को नहीं कर पा रहे भर्ती
प्रबंधक ने कहा कि यदि आधे घंटे के लिए भी मशीन बंद हुई तो, मरीजों के लिए काफी समस्या हो सकती. वहीं उदयन अस्पताल के प्रबंधक ने बताया कि हमारे पास बेड मौजूद है. लेकिन ऑक्सीजन की कमी के कारण हम लोगों को एडमिट नहीं कर पा रहे हैं. वर्तमान में हमारे पास 21 मरीज हैं और 10 बेड खाली है. जो मरीज भर्ती हैं, उनके लिए भी ऑक्सीजन की समस्या उत्पन्न हो रही है. ऐसे में 10 बेड खाली हैं. लेकिन उनमें हम मरीज को भर्ती नहीं कर पा रहे है. सरकार कहने को तो कह रही है लेकिन ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं मिल रहा है.
पटना के लगभग 95% अस्पतालों में बेड फुल
पटना के लगभग सभी अस्पतालों का हाल इसी प्रकार है. पटना के लगभग 95% अस्पतालों में बेड फुल है और करीब 90% अस्पतालों में ऑक्सीजन की समस्या है. वहीं पल्स इमरजेंसी अस्पताल प्रबंधक ने बताया कि अभी वर्तमान में बेड फुल हैं और ऑक्सीजन की काफी समस्या है. जो मरीज भर्ती हैं, आने वाले अगले एक-दो घंटे के बाद उनके लिए ऑक्सीजन बचेगा या नहीं इसकी भी सिक्योरिटी नहीं है.सरकार क्या कहती है और क्या करती है यह तो आप ही जानते हैं. फिलहाल स्थिति काफी चिंताजनक है. दिनभर हमारे लोग ऑक्सीजन की व्यवस्था में रहते हैं, अब देखिए सरकार कब तक ऑक्सीजन की आपूर्ति को पूरा कर आती है.
ये भी पढ़ें: कोरोना त्रासदी: महामारी में मरीजों के लिए 'संजीवनी' बांट रहे ऑक्सीजन मैन
अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी
इससे साफ पता चलता है कि बिहार सरकार के दावे खोखले साबित हो रहे हैं. कहने को तो सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन पहुंच रहा है, लेकिन वास्तविकता यह है कि सभी अस्पताल ऑक्सीजन की समस्या से जूझ रहे हैं. अब देखना यह होगा कि सरकार की नींद कब खुलेगी, सरकार इस पर कब ध्यान देगी और कब इन अस्पतालों को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन मिलेगा.