पटना: बार काउंसिल ऑफ इंडिया (Bar Council of India) के अध्यक्ष मनन कुमार मिश्रा ने दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में अपराधियों द्वारा की गई गोलीबारी (Rohini Court Shootout) और हत्या को गंभीर घटना बताया है. मनन मिश्रा ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि अदालतों की सुरक्षा व्यवस्था प्रभावहीन है.
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मनन मिश्रा ने कहा, 'यह घटना स्पष्ट करती है कि कोर्ट के अंदर भी कोई सुरक्षित नहीं है. वकील अक्सर अपराधियों के निशाने पर होते हैं. इसका नतीजा है कि हजारों वकीलों ने अपनी जान दी है. सुप्रीम कोर्ट में एक मामला चल रहा है. इसमें बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने हलफनामा दायर कर बताया है कि कोर्ट, जजों, वकीलों और मुवक्किलों की सुरक्षा के लिए विशेष प्रशिक्षित सुरक्षाकर्मियों की जरूरत है. साधारण सुरक्षा बल निष्प्रभावी सिद्ध हुए हैं.'
"एड्वोकेट प्रॉटेक्शन एक्ट जरूरी है. इस तरह की घटनाओं से साबित होता है कि हमारी मांग कितनी जायज है. इस घटना से यह साबित हो गया कि कोर्ट की सुरक्षा के लिए की गई व्यवस्था कितनी बेकार है."- मनन कुमार मिश्रा, अध्यक्ष, बार काउंसिल ऑफ इंडिया
बता दें कि शुक्रवार को अपराधियों ने दिल्ली के रोहिणी कोर्ट परिसर में गैंगवार की वारदात को अंजाम दिया था. गैंगस्टर जितेंद्र गोगी को दिनदहाड़े गोली मार दी गई थी. दो लोगों ने उस पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई, जिससे पेशी पर आए जितेंद्र की मौके पर ही मौत हो गई थी. पुलिस ने जवाबी फायरिंग में गोगी पर गोली चलाने वाले बदमाशों को मार गिराया था. रोहिणी कोर्ट के भीतर 20 से ज्यादा गोलियां चली थी, जिनमें से छह गोलियां बदमाशों द्वारा जबकि आठ गोलियां स्पेशल सेल द्वारा चलाई गई थी. इसके अलावा तीसरी बटालियन के जवान द्वारा भी एके-47 से गोली चलाई गई थी.
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