पटना: बिहार सरकार ने बाढ़ और सुखाड़ की समस्या से निपटने (Preparing for flood protection in Bihar) के लिए तैयारी कर ली है. ईटीवी भारत से बातचीत में आपदा प्रबंधन मंत्री शाहनवाज आलम ने बताया कि बाढ़ से पूर्व सभी जिला पदाधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और आपदा विभाग की बैठक हुई थी. आपदा से निपटने के लिए सभी तरह की तैयारियों का जायजा लिया गया. जिन चीजों की आवश्यकता है उसके लिए टेंडर निकाला गया है. राशन, मेडिकल किट, दवाइयां, पशु आहार इन सभी चीजों की तैयारी हो रही है.
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एसडीआरएफ के लिए भवन बन रहा: मंत्री ने बताया कि हर जिले में एसडीआरएफ के लिए एक भवन बन रहा है. पहले फेज में 13 जिलों में बन रहा है. इस भवन को इसलिए बनाया जा रहा है कि आपदा के समय क्विक एक्शन लेते हुए भवन में जवान पहले से तैयार होंगे. समय के साथ साथ कई नई तकनीक भी अब आपदा विभाग प्रयोग कर रहा है. ड्रोन हो या कोई अन्य नई तकनीक जो आपदा के समय में काम आ सके उस पर विभाग अध्ययन कर रहा है.
"अब विभाग महज 24 घंटे के अंदर ही आपदा से प्रभावित लोगों को मुआवजा दे रहा है. हाल ही में वज्रपात से जो प्रभावित हुए हैं उन्हें विभाग ने 24 घंटे के अंदर मुआवजा राशि दे दिया है"- शाहनवाज आलम, आपदा प्रबंधन मंत्री
कटाव रोकने का कार्यः आपदा प्रबंधन मंत्री शाहनवाज आलम ने बताया कि सीमांचल के अररिया, पूर्णिया, किशनगंज, फारबिसगंज और कटिहार जिले में पिछले 5-10 वर्षों में नदियों में काम नहीं हुए थे. वहां पर विभाग द्वारा काम करवाया गया है. नदी कटाव रोकने के लिए कार्य किए गए हैं. जो स्कूल नदी तटबंध के किनारे हैं उन्हें बचाने के लिए काम किए गए हैं. सर्वाधिक कटाव कार्य इस बार सीमांचल के चारों जिलों में हो रहा है.